ट्विटर पर मदद की गुहार के बाद एस. जयशंकर ने दिया ऐसा जवाब, हो रही सुषमा स्वराज से तुलना
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नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री एस. जयशंकर ने जब से विदेश मंत्रालय का पदभार संभाला है, लगातार अपने फैसलों से सुर्खियों में बने हुए हैं। चाहे पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के हालिया रवैये पर उन्हें उनकी ही भाषा में जवाब देने का मामला हो या फिर अंतरराष्ट्रीय मोर्चों पर भारत का पक्ष मजबूती से रखने का मुद्दा, हर जगह उन्होंने प्रभावित किया है। यही नहीं अब उनके हाल ही में उठाए गए खास कदम की वजह से उनकी तुलना सुषमा स्वराज से होने लगी है। दरअसल, सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर एक शख्स ने एस. जयशंकर को मेंशन करते हुए कुवैत में फंसी एक महिला को भारत वापस लाने की गुहार लगाई थी। जिसके बाद विदेश मंत्री ने इस शख्स की गुहार को गंभीरता से लिया और मंत्रालय ने महिला को भारत लाने की कवायद तेज कर दी। यही नहीं इस बात की जानकारी खुद जयशंकर ने ट्विटर के जरिए इस शख्स को दी। उनके इस ट्वीट के बाद यूजर्स ने विदेश मंत्री के इस कदम की जमकर तारीफ करते हुए उनकी तुलना पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से करनी शुरू कर दी।
सुषमा की तरह ही ट्विटर पर बेहद एक्टिव हैं एस. जयशंकर
पूरा मामला उस समय सामने आया जब 9 अक्टूबर को शाम करीब 6.45 बजे एक शख्स ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर को ट्वीट करते हुए लिखा, "डॉ. एस जयशंकर, कुवैत में फंसी राजी जॉन स्टीफन नाम की महिला के मामले को देखिए। वह पंजाब के गुरदासपुर की रहने वाली हैं। कुवैत में एजेंटों के चलते उसे वहां पर काफी तंग किया जा रहा है। महिला के परिवार ने मुझसे संपर्क किया है। महिला की स्वदेश वापसी की आशा और कामना करता हूं।'
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महिला को लेकर लगाई गुहार तो एस. जयशंकर का ये जवाब
शख्स की ओर से लगाई गुहार के बाद तुरंत ही विदेश मंत्रालय ने इस मामले को गंभीरता से लिया और कुवैत में फंसी महिला को सकुशल स्वदेश वापसी की कवायद तेज कर दी गई। इस बात की जानकारी खुद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अगले ही दिन ट्वीट के जरिए दी। एस. जयशंकर ने उसी यूजर के ट्वीट पर जवाब देते हुए लिखा, 'राजी जॉन को कुवैत स्थित भारतीय दूतावास ने सुरक्षित एक महिला आश्रय गृह में रखा है। उनकी स्वदेश वापसी के लिए हम स्थानीय अधिकारियों के साथ काम कर रहे हैं।'
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'छतरपुर की बेटी' को लेकर किए गए ट्वीट पर चंद मिनट में जयशंकर ने कही ये बात
विदेश से जुड़े एक मामले में इसी तरह का एक और ट्वीट एक शख्स की ओर से और किया गया। इसमें उन्होंने ट्वीट में लिखा, 'मध्यप्रदेश के छतरपुर की बेटी की थाईलैंड के फुकेट में कार एक्सीडेंट में मौत ... परिजनों के पास पासपोर्ट न होने के चलते शव लाने में दिक्कत हो रही है @PMOIndia @narendramodi सर प्लीज हेल्प..' इसमें विदेश मंत्री जयशंकर को भी मेंशन किया गया। 10 अक्टूबर को सामने आए इस मामले में तुरंत ही विदेश मंत्रालय ने कार्रवाई शुरू कर दी। अगले कुछ मिनट में ही जयशंकर ने इस ट्वीट पर जवाब देते हुए लिखा, 'थाईलैंड स्थित हमारा दूतावास शोकाकुल परिवार के संपर्क में है और इस मुश्किल घड़ी में उन्हें हर सहायता मुहैया की जा रही है।'
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यूजर्स बोले- 'आपके त्वरित जवाब से सुषमा स्वराज की याद ताजा हो गई'
जिस तरह से विदेश मंत्रालय ने इस मामले में महज कुछ घंटे के अंदर ही जरूरी कदम उठाए और खुद विदेश मंत्री ने जवाब दिया इसकी जमकर सराहना होने लगी। यही नहीं ट्विटर पर यूजर्स ने उनके इस कदम की तुलना पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से करना शुरू कर दिया। एक यूजर ने उनके इन फैसलों पर जवाब देते हुए लिखा- 'आपके त्वरित जवाब को देख कर सुषमा स्वराज की याद ताजा हो गई धन्यवाद।' बता दें कि पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी विदेश में फंसे भारतीयों की मदद के लिए हमेशा आगे रहती थीं।
देखिए, कुछ और यूजर्स के ट्वीट्स...
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