चीन में फंसे दो मालवाहक पोतों को लेकर भारत ने जताई चिंता, चालक दल बदलने की अपील की
नई दिल्ली। चीन (china) के एक बंदरगाह के बाहर छह महीने से फंसे हुए भारतीय जहाज (Indian crew) को लेकर गतिरोध बरकरार है। शुक्रवार को भारतीय विदेश मंत्रालय (External Affairs) ने मालवाहक पोत 'एमवी जग आनंद' और 'एमवी अनस्तासिया' की स्थिति को लेकर बयान जारी किया है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि, चालक दल के सदस्यों पर बढ़ते तनाव और उनके लिए बढ़ती कठिन परिस्थितियों को लेकर हम चिंतित हैं। हम दोनों जहाजों पर सख्ती से नजर बनाए हुए हैं।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि, भारतीय राजदूत ने व्यक्तिगत रूप से चीन के उप विदेश मंत्री के साथ इस मुद्दे को उठाया है। मंत्रालय चीनी दूतावास के साथ इस मुद्दे पर बातचीत कर रहा है। चीनी अधिकारियों ने बताया है कि कोविड संबंधित प्रतिबंधों के कारण, इन बंदरगाहों से चालक दल परिवर्तन की अनुमति नहीं दी जा रही है। बीजिंग में हमारे दूतावास ने इन मामलों को चीनी विदेश मंत्रालय और स्थानीय प्रांतीय अधिकारियों के साथ बार-बार उठाया है।
विदेश मंत्रालय ने बताया कि, हमने चीन अधिकारियों से अनुरोध किया गया है कि जहाजों को या तो डॉक बदलने दिया जाए या फिर चालक दल को बदलने की अनुमति दी जाए। हमने चीन से इस मामले में सहयोग की अपील की है। हम उम्मीद करते हैं कि गंभीर मानवीय स्थिति को देखते हुए यह सहायता एक महत्वपूर्ण, व्यावहारिक और समयबद्ध तरीके से प्रदान की जाएगी।
बता दें कि, मालवाहक पोत 'एमवी जग आनंद' चीन के हुबेई प्रांत के जिंगतांग बंदरगाह के पास गत 13 जून से खड़ा है और इसपर 23 भारतीय नाविक सवार हैं। दूसरा पोत 'एमवी अनस्तासिया' चीन के काओफीदियान बंदरगाह के पास माल उतारने के इंतजार में 20 सितंबर से खड़ा है जिसपर चालक दल के रूप में 16 भारतीय सवार हैं। चालक दल के सदस्य गंभीर तनाव का सामना कर रहे हैं। स्वास्थ्य को लेकर उनकी चिंताएं बढ़ गई हैं। क्योंकि जहाज की अधिकतर चीजें खत्म होने की कगार पर हैं।
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