ममता बनर्जी ने CPI(M) के निष्कासित सांसद को बनाया जनजातीय विकास आयोग का अध्यक्ष
कोलकाता। पश्चिम बंगाल सरकार ने शुक्रवार को निष्कासित सीपीआई (एम) नेता और सांसद रीताब्रता बनर्जी को नए गठित जनजातीय विकास आयोग के अध्यक्ष नियुक्त किया है। राज्य सचिवालय नबन्ना में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया गया। रिपोर्टों के मुताबिक, जिला आदिवासी विकास बोर्ड के प्रतिनिधियों ने भी बैठक में हिस्सा लिया। पश्चिम बंगाल में 15 राज्यसभा सांसद हैं और ऊपरी सदन में रीताब्रता का कार्यकाल 2020 तक रहेगा।
इससे पहले, रीताब्रता बनर्जी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और पश्चिम बंगाल सरकार की प्रशंसा की थी। बनर्जी आम आदमी के अधिकारों के लिए हमेशा लड़ने के लिए ममता बनर्जी की सराहना करते रहे हैं। रीताब्रता ने ममता बनर्जी की प्रसंशा उस समय की थी जब मोदी सरकार ने ने पीएफ और ईपीएफ में ब्याज दरों में कटौती की थी। जिसका ममता बनर्जी ने जोरदार ढंग से विरोध किया था।
पिछले
साल
सीपीआई
(एम)
ने
रीताब्रता
बनर्जी
को
पार्टी
गतिविधियों
और
उनकी
शानदार
जीवनशैली
के
चलते
निकाल
दिया
गया
था।
सांसद
रीताब्रता
बनर्जी
की
आलीशान
जीवन
शैली
उस
समय
सबके
सामने
आ
गई
थी
जब
वे
12
फरवरी
2017
को
कोलकाता
में
मोहन
बागान
का
मैच
देखने
गए
थे।
इस
मैच
के
दौरान
ली
गई
उनकी
एक
तस्वीर
सोशल
मीडिया
वायरल
हो
गई
थी।
इस
तस्वीर
में
वे
महंगे
मोंट
ब्लैक
और
एपल
आईवॉच
के
साथ
दिख
रहे
थे।
एक
शख्स
ने
सोशल
मीडिया
पर
यह
तस्वीर
साझा
करते
हुए
यह
पूछा
कि
सीपीएम
का
एक
सांसद
इतनी
महंगी
चीजों
का
आखिर
इस्तेमाल
कैसे
कर
पा
रहा
है?
यहीं नहीं रीताब्रता के उपर रेप के आरोप का मामला भी चल रहा है। उनपर एक महिला ने रेप का आरोप लगाया था। महिला ने आरोप लगाया था कि, सांसद बनर्जी ने उससे शादी का वादा कर शारीरिक संबंध बनाए थे। बाद में वह अपने वादे से मुकर गए। कोलकाता पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।