पाकिस्तान से निर्वासित बुगती को भारत दे सकता है शरण
नई दिल्ली। भारत ने बलूचिस्तान मुद्दे पर अपने आक्रामक रुख को बरकरार रखा है। पाकिस्तानी न्यूज चैनल जियो न्यूज की एक रिपोर्ट की मानें तो भारत बलूच नेता ब्रह्मदाग बुगती को भारतीय नागरिकता दे सकता है।
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पाकिस्तान से हैं निष्कासित
आपकों बता दें कि ब्रह्मदाग बुगती पाकिस्तान से निष्कासित हैं और स्विट्जरलैंड में रहते हैं। अगर ऐसा होता है तो यह पाकिस्तान के लिए निश्चित तौर पर परेशानी वाली बात होगी।
इन नेताओं को भी मिलेगी शरण!
ब्रह्मदाग बुगती लंबे अरसे से भारत की नागरिकता की मांग कर रहे हैं। इनके अलावा भारत उनके साथी शेर मुहम्मद बुगती और अजीजुल्लाह बुगती को भी शरण दे सकता है। ब्रह्मदाग बुगती के दादा की पाकिस्तानी सेना ने हत्या कर दी थी और वह बलूच रिपब्लिक पार्टी के संस्थापक हैं। यह वही पार्टी है जो कि पाकिस्तान से बलूचिस्तान को आजाद करने की मांग लगातार उठा रही है।
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मोदी ने 15 अगस्त को उठाई थी आवाज
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बलूचिस्तान में मानवाधिकार उल्लंघन का मुद्दा तो स्वतंत्रता दिवस पर उठाया लेकिन माना जा रहा है कि बुगती की नागरिकता को लेकर बातचीत इस साल की शुरुआत से ही चल रही है।
पीएम मोदी को कहा शुक्रिया
आपको बता दें कि बलूच समर्थकों ने हाल ही में जर्मनी, दक्षिण कोरिया आदि मुल्कों में पाकिस्तान की अत्याचारी नीतियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था। ये लोग पाकिस्तानी अत्याचार के बारे में समूचे विश्व को बताएंगे। इन्होंने भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी को उनकी आवाज उठाने के लिए शुक्रिया भी कहा है।
पहले राजकीय अतिथि, अब शरणार्थी
बुगती 2006 में अपने दादा की हत्या के बाद पाकिस्तान से भाग गए थे। वह 4 वर्षों तक अफगानिस्तान में बतौर राजकीय अतिथि रहे और उसके बाद 2010 में स्विटजरलैंड जा पहुंचे। उसके बाद से वह यहां अपने परिवार के साथ शरणार्थी की तरह रह रहे हैं।