Exclusive: भाजपा के नये यूपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के साथ खास बातचीत
बेंगलुरु। भारतीय जनता पार्टी की सेंट्रल कमेटी ने यूपी के परिवहन एवं ऊर्जा मंत्री स्वतंत्र देव सिंह को प्रदेश अध्यक्ष पद की कमान सौंपी। भाजपा आलाकमान को पूरा विश्वास है कि स्वतंत्र देव के नेतृत्व में पार्टी तीन साल बाद होने वाले विधानसभा चुनाव में शानदार जीत दर्ज करेगी। पत्रकारिता और फिर राजनीति में अपना करियर आगे बढ़ाने वाले स्वतंत्र देव आज उस मोड़ पर हैं, जहां भाजपा के लाखों कार्यकर्ताओं की उम्मीदें उनसे जुड़ गई हैं। युवा मोर्चा और भाजपा में कई पदों पर उन्होंने अपनी काबीलियत को सिद्ध किया, जिसके चलते 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान पार्टी आलाकमान ने उन्हें चुनाव प्रभारी बनाकर मध्य प्रदेश भेजा। वहां कांग्रेस की लहर के बावजूद भाजपा ने 29 में से 28 सीटों पर जीत दर्ज की। और अब उन्हें यूपी भाजपा का शीर्ष पद सौंपा गया है।
यूपी का अध्यक्ष बनाये जाने के बाद स्वतंत्र देव ने वनइंडिया से फोन पर खास बातचीत की। चलिये पढ़ते हैं हमारे सवाल और स्वतंत्र देव के जवाब-
सवाल:
2019
के
चुनाव
में
यूपी
में
भाजपा
को
64
सीटें
मिलीं।
इस
जीत
के
पीछे
सबसे
बड़ा
कारण
आप
क्या
मानते
हैं?
उत्तर:
पहले
तो
आपको
बता
दें
कि
यह
चुनाव
भारतीय
जनता
पार्टी
ने
नहीं,
बल्कि
जनता
ने
लड़ा
और
केवल
यूपी
में
नहीं
बल्कि
पूरे
देश
में
जनता
की
जीत
हुई
है।
हमने
केवल
जनता
के
करीब
जाकर
उनके
साथ
खड़े
होकर
काम
किया
है।
यह
लोगों
का
केवल
विश्वास
था
कि
देश
का
सम्मान,
गरीबों
का
कल्याण
कोई
कर
सकता
है,
तो
वो
मोदी
जी
हैं।
इसी
विश्वास
के
बल
पर
जनता
ने
मैदान
में
उतर
कर
चुनाव
लड़ा।
सवाल:
2019
के
चुनाव
में
सपा
और
बसपा
एक
साथ
थीं
वहीं
प्रियंका
गांधी
कांग्रेस
का
चेहरा
बनीं,
क्या
इसकी
वजह
से
भाजपा
के
वोट
बैंक
पर
कोई
असर
पड़ा?
उत्तर:
इन
चुनावों
में
उत्तर
प्रदेश
ने
पहली
बार
ऐसा
हुआ
है,
जब
लोगों
ने
जातिवाद,
क्षेत्रवाद
या
मुस्लिम
तुष्टिकरण,
आदि
से
ऊपर
उठकर
राष्ट्रवाद
के
लिये
वोटिंग
की।
यानी
जाति-तंत्र,
धन-तंत्र,
लाठी
तंत्र
और
कहा
जाये
कि
मुस्लिम
तुष्टिकरण
और
तो
और
क्षेत्रवाद
और
वंशवाद
पहली
बार
धराशाई
हुआ
है।
और
जब
बात
राष्ट्रवाद
की
होती
है,
तो
जाति-धर्म
के
नाम
पर
वोट
मांगने
वाली
पार्टियां
खुद-ब-खुद
किनारे
लग
जाती
हैं।
इन
सबके
बीच
जो
सबसे
बड़ी
बात
रही
कि
हमारे
पार्टी
कार्यकर्ताओं
के
परिश्रम
की
पराकाष्ठा
रही।
पढ़ें: जानिए कौन हैं स्वतंत्र देव सिंह, जिन्हें दी गई यूपी बीजेपी की कमान
सवाल:
प्रियंका
गांधी
को
कांग्रेस
का
राष्ट्रीय
अध्यक्ष
बनाये
जाने
की
मांग
उठ
रही
है।
उनके
आने
पर
भाजपा
यूपी
में
कांग्रेस
को
कैसे
देख
रही
है?
उत्तर:
इस
सवाल
पर
कोई
कमेंट
नहीं
करना
चाहूंगा।
समय
आने
दीजिये।
सवाल:
आपने
कार्यकर्ताओं
के
परिश्रम
की
पराकाष्ठा
की
बात
कही।
इसे
जरा
विस्तार
से
बताइये।
भाजपा
के
कार्यकर्ता
जमीनी
स्तर
पर
कैसे
कार्य
करते
हैं?
उत्तर:
आपको
बताना
चाहूंगा
कि
हमारा
मकसद
होता
है
हर
क्षेत्र
के
अंतिम
व्यक्ति
तक
पहुंचने
की।
भाजपा
के
राष्ट्रीय
अध्यक्ष
अमित
शाह
के
नेतृत्व
में
हमारा
अंत्योदय
संगठन
इसी
दिशा
में
कार्यरत
है।
वास्तव
में
देखें
तो
अमित
शाह
जी
स्वयं
अंत्योदय
हैं।
आज
राज्य
के
अंदर
जो
कुछ
भी
हो
रहा
है,
वह
अमित
शाह
जी
की
सोच
है।
इस
सोच
को
आगे
बढ़ाने
का
काम
अंत्योदय
संगठन
करता
है।
भाजपा
का
उद्देश्य
है
सबका
साथ
सबका
विकास
उसी
मकसद
से
हम
आगे
बढ़
रहे
हैं।
सवाल:
स्वतंत्र
देव
जी
अब
आगे
आपका
क्या
प्लान
है?
उत्तर:
पार्टी
को
और
मजबूत
बनाने
के
लिये
संगठन
ने
अपना
विस्तार
कर
लिया
है।
फिलहाल
हमारा
मकसद
है
संगठन
में
स्थाइत्व
लाने
का।
दूसरा
सबसे
बड़ा
मकसद
है
राष्ट्रवाद
के
विचार
को
धरातल
तक
ले
जाना।
हमारा
मकसद
राष्ट्रवादी
विचारधारा
को
जन-जन
तक
पहुंचाने
का
है।
और
एक
बार
आप
इसमें
सफल
हो
गये,
तो
समझ
लीजिये
जनता
आपके
साथ।
सावाल- 2004 में चीन हॉगकॉन्ग और सिंगापुर में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय युवा सम्मेलन में आपने देश का प्रतिनिधित्व किया। आप युवाओं के बीच खासे लोकप्रिय भी हैं। आपको हमारे देश के युवाओं में किस प्रकार के बदलाव की जरूरत महसूस होती है? और क्या कुछ खास संदेश युवाओं को देना चाहेंगे?
उत्तर: सबसे पहले कहना चाहूंगा कि जितनी ऊर्जा भारत के युवाओं में है, उतनी शायद ही किसी और देशों के युवाओं में हो। बस जरूरत है उस ऊर्जा का सही दिशा में खर्च करना। अब बात सोशल मीडिया की ही ले लीजिये। इस पर आपको खराब चीजें भी मिलेंगी और अच्छी चीजें भी। मैं युवाओं से कहना चाहूंगा कि बेहतर होगा अगर वे सोशल मीडिया पर व्यर्थ चीजों पर समय नष्ट करने से अच्छा उसी से अच्छे संस्कारों को ग्रहण करने की कोशिश करें। अपने समय का प्रयोग राष्ट्र कल्याण में करें। अपने संस्कारों को अपनी शक्ति बनायें। जिस काम को करें, मन लगा कर करें। सामने वाला क्या कह रहा है उसे समझने की कोशिश करें और वही करें, जो उनका दिल कहे।