हिंदू बहुल गांव ने पेश की मिसाल, मुस्लिम शख्स को चुना सरपंच
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के भद्रवाहा में सांप्रदायिक सद्भाव और भाईचारे का नया उदाहरण देखने को मिला है। भद्रवाहा के हिंदू बहुमत वाले भेलान-खारोथी गांव में हुए पंचायत चुनाव में एक मुस्लिम को निर्विरोध सरपंच चुना गया है। पंच चुने वाले वाले शख्स का नाम चौधरी मोहम्मद हुसैन है। यही नहीं सबसे बड़ी बात की 450 लोगों के इस गांव में हुसैन एकमात्र मुस्लिम परिवार है। वह अपनी पत्नी, पांच बेटों, चार बेटियों और एक बहू के साथ गांव में ही रहता है। बेटियों की अब शादी हो चुकी है।
गांव वालों के अनुसार यह आज ध्रुवीय और सांप्रदायिक रूप से प्रेरित समाज में विचित्र जरूर लग सकता है लेकिन हम भाईचारे में विश्वास रखते हैं और उसी में गर्व महसूस करते हैं। गांव के एक लोगों ने कहा कि हुसैन उनके समुदाय की सर्वसम्मत पसंद हैं। उनका समुदाय सौहर्द्रपूर्ण सहअस्तित्व और भाईचारे के लिए एक मिसाल पेश करना चाहता था, जो हमारे देश की ताकत है। वहीं गांव की ही चंद ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए कहा कि 'ध्रुवीकरण और धर्म के नाम पर मतभेद की बातें हमारे उस विश्वास को डगमगा नहीं सकीं कि हम एक ही परिवार का हिस्सा हैं।
यह भी पढ़ें- गर्लफ्रेंड की इच्छा पूरी करने के लिए इस शख्स ने चोरी किए 10 महंगे कैमरे, गिरफ्तार
चंद ने कहा कि अगर इतने साल में यह हमारी एकजुटता को खत्म नहीं कर पाया है तो यह अब कभी नहीं होगा।'वहीं पंच चुने गए हुसैन ने कहा है कि हम लोग सौहार्द से भरे माहौल में रहते हैं। गांव में रहने वाला एक मात्र मुस्लिम होने के बाद भी कभी मुझे इसका एहसास नहीं हुआ की मैं यहां अकेला मुस्लिम हूं। और अब गांव वालों ने निर्विरोध अपना पंच चुनकर मेरे प्रति अपना प्यार दिखा दिया है। गांव वालों के इस किए का मैं उम्र भर कर्जदार रहूंगा।
यह भी पढ़ें- बुलंदशहर: इंस्पेक्टर को गोली मारने के आरोपी जीतू फौजी के भाई ने सीएम योगी से मांगी मदद