पूर्व विदेश मंत्री एसएम कृष्णा का खुलासा, राहुल की दखल की वजह से छोड़ा था मंत्री पद
राहुल की दखल की वजह से छोड़ा था मंत्री पद: एसएम कृष्णा
नई दिल्ली। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और यूपीए सरकार में विदेश मंत्री रहे एसएम कृष्णा ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को लेकर बड़ा खुलासा किया है। एसएम कृष्णा ने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए कहा कि काम में राहुल गांधी के निरंतर हस्तक्षेप के कारण उन्होंने अपना मंत्री पद छोड़ा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के दखल के कारण ही उन्हें मंत्री पद और कांग्रेस से अलग होना पड़ा।
भाजपा में शामिल हो चुके एसएम कृष्णा ने कहा कि उन्हें पार्टी से अलग होने के लिए मजबूर किया गया। राहुल गांधी के बार-बार हस्तक्षेप के कारण काम करना मुश्किल हो रहा था। उन्होंने कई बार इसका विरोध भी किया। साल 2017 में पार्टी छोड़ने की भी बात कही। राहुल गांधी के दखल की वजह से वो अपनी जिम्मेदारियों को पूरा नहीं कर पा रहे थे, जिसकी वजह से आखिरकार मंत्री पद और फिर पार्टी छोड़ने की बात कही।
कृष्णा ने कहा कि 10 साल पहले राहुल गांधी केवल एक सांसद थे और पार्टी में किसी पद पर नहीं थे, लेकिन वो सरकार के काम में दखल दे रहे थे। उन्होंने कहा कि डॉ मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे, लेकिन कई फैसले उनकी जानकारी के बगैर लिए जाते थे। यूपीए सरकार ने कहा कि गठबंधन के घटक दलों पर कोई नियंत्रण नहीं था, उसी दौरान 2 जी स्पेक्ट्रम, कॉमनवेल्थ और कोयला घोटाला उजागर हुआ था।
एसएम कृष्णा ने कहा कि साल 2009 से 2014 के बीच यूपीए सरकार के प्रधानमंत्री का अपने मंत्रियों और सरकार पर कोई नियंत्रण नहीं था। सबकुछ राहुल गांधी के नियंत्रण में था। राहुल गांधी एक अतिरिक्त संवैधानिक संस्था की तरह काम कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के 80 साल से अधिक उम्र के लोगों का सरकार का हिस्सा नहीं रहने के आदेश के बाद बाद उन्होंने मंत्रीपद छोड़ना पड़ा।
गौरतलब है कि भाजपा में शामिल होने के बाद एसएम कृष्णा सक्रिय राजनीति से दूर थे, लेकिन लोकसभा चुनाव से पहले अब वो एक बार फिर से एक्टिव हो गए हैं। कर्नाटक की राजनीति में वो अहम रोल निभा सकते हैं। आपको बता दें कि 84 साल के कृष्णा इंदिरा गांधी और उनके बेटे राजीव गांधी के करीबी सहयोगियों में से एक रहे हैं।
Ex-Union Min SM Krishna: There were matters that were never brought to notice of even the minister. Cabinet was in discussion over passing an ordinance. But Rahul Gandhi, who was somewhere, tore a copy of the ordinance. It's what they call extra-constitutional authority. (09.02) pic.twitter.com/gGr8i3SvGz
— ANI (@ANI) February 10, 2019
Former Union Minister SM Krishna: He (Rahul Gandhi) was not answerable to anyone - neither Parliament nor governance. He took decisions on which ordinance was necessary and struck down others. (09.02.2019) https://t.co/xWQ11Ecgsu
— ANI (@ANI) February 10, 2019