मोदी सरकार में हर वर्ष 1.5 करोड़ लोगों को मिला रोजगार- शोध
नई दिल्ली। मौजूदा एनडीए सरकार लगातार बेरोजगारी के मुद्दे पर विपक्ष का निशाना बनी हुई है। विपक्ष मोदी सरकार पर बिना रोजगार का विकास करने का आरोप लगाया आया है। लेकिन जो ताजा शोध सामने आया वह मोदी सरकार के लिए चुनाव से पहले काफी अहम साबित हो सकता है। शोध के अनुसार 15 मिलियन यानि 1.5 करोड़ लोगों को रोजगार मिला है। शोध के अनुसार हर वर्ष 1.5 करोड़ रोजगार लोगों को मिला है। ऐसे में विपक्ष के उन तमाम दावों को झटका लगा है जिसमे मोदी सरकार पर बिना रोजगार का विकास करने का आरोप लगाया था।
हर वर्ष 1.5 करोड़ लोगों को रोजगार
यह शोध एसबीआई ग्रुप के मुख्य आर्थिक सलाहकार सौम्य कांति घोष और पुलक घोष ने किया है। उनका कहना है कि गिरती हुई आबादी के आधार पर हमने इस बात का अनुमान लगाया है कि औसतन 25 मिलियन यानि 2.5 करोड़ बच्चे हर वर्ष जन्म लेते हैं। पिछले तीन वर्षों में यह आकंड़ा लगातार सतत बना रहा है। ऐसे में इन 25 मिलियन लोगों में से 15 मिलियन लोगों को हर वर्ष रोजगार मिला है। इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर रोजगार नहीं देने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ अभियान शुरू किया था।
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राहुल ने साधा था निशाना
राहुल गांधी ने केंद्र सरकार और पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए ट्वीट किया था कि महंगी गैस, महंगा राशन, बंद करो खोखला भाषण, दाम बढ़ाओ, काम दो, वरना खाली करो सिंघासन। आपको बता दें कि ताजा शोध में इपीएफओ, ईएसआईसी, जीपीएफ, एनपीएस के आंकड़ो को शामिल किया गया है। अपने आप में यह अलग शोध है जिसमे इन तमाम आंकड़ों की मदद से रोजगार के बारे में आंकड़े जारी किए गए हैं।
नीति आयोग ने भी की थी वकालत
इससे पहले नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया ने भी इन आंकड़ों के आधार पर रोजगार के आंकड़े जारी करने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि दुर्भाग्यवश भारत में हमारे पास इस तरह का कोई पुष्ट माध्यम नहीं है जिसके जरिए हम इसकी जानकारी हासिल कर सके कि कितने लोगों को देश में पेरोल रोजगार मिला है। इसी क्रम में आंकड़े जुटाने के लिए हमने ईपीएफओ, इएसआईसी और एनपीएस के आंकड़ों को एकत्र किया है।
हर महीने 5.9 लाख लोगों को रोजगार मिला
शोध का नाम "Towards a Payroll Reporting in India" है, जिसमे कहा गया है कि तकरीबन 3.68 मिलियन रोजगार वित्तीय वर्ष 2018 में नवंबर माह तक लोगों को दिया गया है। जबकि पूरे वर्ष की बात करें तो कुल 5.5 मिलियन यानि 55 लाख लोगों को रोजगार मिला है। सभी आंकड़ों को मानें तो भारत में मौजूदा वित्तीय वर्ष में हर महीने 5.6 लाख लोगों को रोजगार मिला, यानि पूरे वर्ष कुल 7 मिलियन लोगों को यानि 70 लाख लोगों को रोजगार मिला।
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