मोदी की प्रचंड जीत के दौरान भी जो भारत में नहीं हुआ वो कनाडा में हो गया
नई दिल्ली- कनाडा में हाल में हुए चुनाव में वहां की संसद के निचले सदन के लिए भारत से ज्यादा सिख सांसद चुने गए हैं। गौरतलब है कि कनाडा और भारत दोनों जगह जनसंख्या के मामले में सिखों की तादाद लगभग बराबर यानि 2 फीसदी ही है, लेकिन कनाडा की संसद के लिए चार-पांच महीने पहले हुए लोकसभा चुनाव के मुकाबले भारत से ज्यादा सिख सांसद वहां की संसद में पहुंचा बहुत सकारात्मक बात है। जाहिर है कि मौजूदा समय में राष्ट्रीय राजनीति में सिखों का प्रतिनिधित्व भारत के मुकाबले कनाडा में ज्यादा नजर आ रहा है। वैसे पिछली बार भी कनाडा की संसद में सिख सांसदों की संख्या इतनी ही थी और तब इंडियन-कनेडियन सांसदों की कुल संख्या 19 थी, जिनमें से एक सिख नहीं थे।
कनाडा की संसद के लिए चुने गए 18 सिख सांसद
कनाडा की संसद के निचले सदन के लिए पिछले 22 अक्टूबर को आए नतीजों में वहां निचले सदन के लिए 18 सिख सांसद चुने गए हैं। जबकि, इसी साल लोकसभा के लिए हुए चुनाव में सिर्फ 13 सिख सांसद ही जीतकर संसद पहुंचे थे। कनाडा की संसद के लिए चुने गए 18 सिख सांसदों में से 10 ऑन्टैरियो, 4 ब्रिटिश कोलंबिया, 3 अल्बेर्टा और 1 क्यूबेक से चुने गए हैं। 18 से से 13 सिख सांसद कनाडा की लिबरल पार्टी से , 4 कंजरवेटिव पार्टी से और एक एनडीपी की टिकट पर चुने गए हैं। खास बात ये है कि कनाडा के इस चुनाव में एक सिख नेता जगमीत सिंह की पार्टी नेशनल डेमोक्रेटिक पार्टी (एनडीपी) के 24 सांसदों के समर्थन की बदलौत ही लिबरल पार्टी की सरकार आसानी से चल सकती है, जिसके सिर्फ 157 सांसद ही चुने जा सके हैं। यानि जस्टिन ट्रूडो के दोबारा पीएम बनने की राह एक सिख नेता ही आसान कर सकता है।
सिख सांसद कौन हैं और कहां से जीते हैं ?
कनाडा की संसद के लिए चुने गए 18 सिख सांसदों में रमेश संघा ब्रैम्पटॉन सेंटर से लिबरल पार्टी से चुने गए हैं। मनिंदर सिंधु ब्रैम्पटॉन ईस्ट से उसी पार्टी के सांसद चुने गए हैं। ब्रैम्पटॉन नॉर्थ से रूबी सहोटा भी लिबरल पार्टी से ही सांसद बनी हैं। जबकि ब्रैम्पटॉन साउथ से लिबरल पार्टी के टिकट पर ही सोनिया सिद्धू सांसद चुनी गई हैं। इसी तरह ब्रैम्पटॉन वेस्ट से कमल खेड़ा, मिसिस्सउगा-माल्टन से नवदीप बैंस, वाटरलू से बारडिश छग्गर, मिसिस्सउगा स्ट्रीट्सविले से गगन सिकंद, किचेनर सेंटर से राज सैनी, वैंकुवर साउथ से हरिजीत सिंह सज्जन और डोरवल लैचिन लैसाल्ले से अंजू ढिल्लन भी लिबरल पार्टी से ही चुने गए हैं। वहीं, मारखम यूनियनविले से बॉब सरोया, कैलगेरी फॉलेस्ट लॉन से जसराज सिंह हल्लन, कैलगेरी स्काईव्यू से जग सहोटा कंजरवेटिव पार्टी के टिकट पर चुनाव जीते हैं।
लोकसभा के लिए चुने गए 13 सिख सांसद
भारत में लोकसभा के लिए चुने गए 13 सिख सांसदों में से 10 पंजाब (कुल 13 लोकसभा सीट) से चुने गए थे, जिनमें मोहम्मद सादिक भी शामिल हैं, वे डूम समुदाय से आते हैं, जो अनुसूचित जाति से संबंधित है। गुरु नानक देव जी से संबंधित संगीतकार भाई मर्दाना भी इसी समुदाय के थे। मोहम्मद सादिक ने 2012 में कोर्ट को बताया था कि वे 2006 से सिख धर्म को मान रहे हैं। उनके नाम के चलते लोग उन्हें मुस्लिम भी समझ लेते हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में बाकी जो तीन सिख सांसद पंजाब से बाहर चुने गए हैं, उनमें दो- एसएस अहलुवालिया और मेनका गांधी बीजेपी से और नवनीत कौर रवि राणा निर्दलीय का नाम शामिल है।