कोरोना टेस्ट निगेटिव आने के बाद भी मरीजों की जा रही जान, केजरीवाल सरकार ने लिया बड़ा फैसला
नई दिल्ली। देश के गृहमंत्री अमित शाह हाल ही में कोरोना संक्रमित पाए गए थे, जिसके बाद उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के बाद अमित शाह का कोरोना टेस्ट निगेटिव आया था और उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कराया गया था। अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद 15 अगस्त को उन्होंने अपने सरकारी आवास पर तिरंगा फहराया था। लेकिन इसके बाद एक बार फिर से उनकी तबीयत बिगड़ गई और उन्हें दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया। अमित शाह को तीन-चार दिन से शरीर में दर्द और थकावट महसूस हो रही थी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद भी तबीयत बिगड़ने की खबर सामने आ रही है। अमित शाह के अलावा भी कई लोगों ने कोरोना टेस्ट निगेटिव आने के बाद अलग-अलग तरह की स्वास्थ्य की समस्या को बताया है। दिल्ली के राजीव गांधी सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल जिसे दिल्ली सरकार चलाती है, उसने फैसला लिया है कि वह पोस्ट कोविड क्लीनिक की आज से शुरुआत करेगी और जो मरीज कोरोना से ठीक हो चुके हैं उन्हें मदद मुहैया कराएगी। अस्पताल के एमडी डॉक्टर बीएल शेरवाल ने बताया कि अलग-अलग तरह की शिकायतें हमे मिल रही हैं, कुछ मरीज कहते हैं कि उन्हें खांसी, कफ, थकान, महसूस हो रही है। इस तरह के मरीज अलग-अलग उम्र के हैं।
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शनिवार को मुख्य्मंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस तरह के कई मामले सामने आए हैं, जिसमे मरीज का ऑक्सीजन स्तर काफी कम हो गया। कोरोना टेस्ट निगेटिव आने के बाद पूरी तरह से ठीक होकर घर लौटे मरीजों में इस तरह की शिकायत सामने आ रही है। लिहाजा सरकार ने फैसला लिया है कि जो लोग कोरोना से ठीक होकर घर जा रहे हैं, उनके घर पर ऑक्सीजन भेजी जाएगी। बता दें कि इससे पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सांसद केजे अल्पोंस की 91 वर्षीय मां कोरोना से ठीक होकर 28 मई को घर लौट आई थीं, उनका कोरोना टेस्ट 2 बार निगेटिव आया था, लेकिन बावजूदद इसके 11 जून को उनकी मौत हो गई थी।
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