EPFO के कर्मचारी PM CARES Fund में देंगे 2.5 करोड़ रुपये
नई दिल्ली- कोरोना वायरस के खिलाफ जारी जंग के लिए कर्मचारी भविष्य निधि संगठन यानि ईपीएफओ के कर्मचारियों ने अपनी एक दिन की सैलरी पीएम केयर फंड में दान देने का फैसला किया है। ये जानकारी श्रम और रोजगार मंत्रालय की ओर से दी गई है। ईपीएफओ के कर्मचारियों के एक दिन का कुल वेतन करीब 2.5 करोड़ रुपये होता है और उन्होंने इतनी ही रकम कोरोना से जंग लड़ने के लिए पीएम केयर फंड में दान देना तय किया है।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन विश्व का एक सबसे बड़ा सामाजिक सुरक्षा संगठन है, जो कोरोना वायरस के खिलाफ जारी लड़ाई में देश सेवा के लिए आगे आया है। कोविड-19 को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने वैश्विक महामारी घोषित किया हुआ है और ऐसे समय में भारतीयों के स्वास्थ्य और देश की आर्थिक सुरक्षा के लिए आगे आकर ईपीएफओ कर्मचारियों ने करोड़ों भारतीयों की सेवा में एक अहम योगदान देकर अपनी बड़ी जिम्मेदारी निभाई है। बता दें कि भारत सरकार ने प्राइम मिनिस्टर्स सिटिजेन एसिस्टेंस एंड रिलीफ इन इमरजेंसी सिचुएशन्स फंड या पीएम केयर्स फंड के नाम से एक पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट बनाया है, जिसका लक्ष देश पर आने वाली किसी भी आपदा से निपटना है।
बता दें कि ईपीएफओ कर्मचारियों ने इस संकट के वक्त में देश के लिए अपनी एक दिन की सैलरी तो दी ही है, उसके कर्मचारी और अधिकारी 'प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना' के तहत कर्मचारियों को भविष्य निधि निकालने में सहायता देने के लिए अतिरिक्त योगदान भी दे रहे हैं, ताकि इस आपदा के वक्त में कर्मचारियों के पैसे उनके काम आ सकें। ईपीएफओ के एक बयान के मुताबिक पिछले 28 मार्च को जब से ये स्कीम लॉन्च की गई है, विशेष महामारी निकासी स्कीम के तहत 7.40 लाख दावों का निपटरा एक महीने के अंदर यानि 28 अप्रैल तक किया जा चुका है। बता दें कि जब से पीएम केयर्स फंड लॉन्च हुआ है देश पर हर वर्ग के लोगों ने इसमें दिल खोलकर दान दिया है।