बिहार में 4000 अतिथि शिक्षक पदों के लिए 5लाख इंजीनियर-डॉक्टरों ने किए आवेदन!
पटना। देश में बेरोजगारी का आलम यह है कि, सरकार का कोई विभाग किसी पद के लिए कुछ हजार वेकेंसी निकलता है। उन पदों के लिए लाखों की तादात में फॉर्म पहुंचते हैं। बिहार में अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है। 4257 अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति के लिए करीब पांच लाख से अधिक उम्मीदवारों के आवेदन आए हैं। इसमें सबसे खास बात यह है कि आवेदन करने वालों में बड़ी संख्या में इंजीनियर और पीएचडी होल्डरों की है।
राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान, आरएमएसए, पश्चिम चंपारण ने 4257 अतिथि शिक्षक रिक्तियों को भरने के लिए पिछले महीने एक अधिसूचना जारी की थी। पद के लिए आवेदन करने की आखिरी तारीख 15 जून, 2018 थी। उम्मीदवार जो रुचि रखते हैं और पदों के लिए आवेदन करने के पात्र हैं, आवेदन कर सकते हैं। अधिकारियों के मुताबिक, आवेदन करने वाले लगभग 80 प्रतिशत उम्मीदवार इंजीनियरिंग स्ट्रीम से हैं, ज्यादातर बी.टेक और एमटेक डिग्री धारक हैं।
राज्य के 37 जिलों में 4 लाख 70 हजार 791 लोगों ने अतिथि शिक्षक बनने के लिए आवेदन दिया है। शिक्षा विभाग के मुताबिक इनमें 80 फीसदी यानी करीब 3.20 लाख से अधिक बीटेक-एमटेक डिग्रीधारी हैं। इतनी बड़ी तादात में आवेदन आने के कारण शिक्षा विभाग को चयन करने में दिक्कत हो रही है।
सबसे ख़ास बात ये है कि सरकार को जितने शिक्षक चाहिए उससे दो गुना प्रशिक्षित अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। जाहिर है आवेदन भले 5 लाख आये हैं ,लेकिन 7880 प्रशिक्षित अभ्यर्थियों में से ही 4257 अतिथि शिक्षकों को चुना जाएगा। अतिथि शिक्षकों में पीजी के साथ बीएड वालों को पहले तरजीह दी जाएगी।
4257 रिक्तियों में से, अंग्रेजी अतिथि शिक्षक के लिए कुल 1041 पद हैं, गणित अतिथि शिक्षक के लिए 791 रिक्तियां, भौतिकी अतिथि शिक्षक के लिए 1024 पद, रसायन विज्ञान अतिथि शिक्षक के लिए 974 रिक्तियों, प्राणी विज्ञान अतिथि के लिए 137 रिक्तियां, और वनस्पति विज्ञान के लिए 2 9 0 रिक्तियों के लिए नियुक्ति होनी है।