Engineers Day: देश के सबसे बड़े इंजीनियर सर विश्वेश्वरैया पर गूगल ने बनाया डूडल
देश के सबसे बड़े इंजीनियर और भारत रत्न सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया के 157वें जन्मदिवस पर गूगल ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए डूडल बनाया है। सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया के जन्मदिवस पर भारत में इंजीनियर्स दिवस मनाया जाता है।
नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े इंजीनियर और भारत रत्न सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया के 157वें जन्मदिवस पर गूगल ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए डूडल बनाया है। सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया के जन्मदिवस पर भारत में इंजीनियर्स दिवस मनाया जाता है। उनके जन्मदिवस पर गूगल ने उनके सम्मान में डूडल बनाया है। इस डूडल में सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया मैसूर पेटा पहने कावेरी नदी पर बने कृष्ण राजा सागर बांध के आगे नजर आ रहे हैं।
15 सितंबर, 1861 को मैसूर में जन्में मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया भारत के सबसे बड़े इंजीनियर कहे जाते हैं। उन्होंने बेंगलुरू के सेंट्रल कॉलेज से बीए की डिग्री लेने के बाद उन्होंने पुणे के कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में दाखिला लिया। उन्होंने कई नदी-बांधों, पुलों को सफलतापूर्वक डिजाइन और निर्माण किया था और सिंचाई और पेयजल प्रणाली को लागू करके भारत में सिंचाई प्रणाली में क्रांतिकारी बदलाव किया था।
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वो 1912 से 1918 तक मैसूर के दीवान रहे। समाज में उनके योगदान के लिए किंग जॉर्ज पंचम द्वारा उन्हें ब्रिटिश इंडियन एम्पायर (KCIE) के नाइट कमांडर की उपाधि दी गई थी। सन 1955 में उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' से नवाजा गया। विश्वेश्वरैया को कई क्षेत्रों में सम्मानित किया गया है, विशेष रूप से शिक्षा और इंजीनियरिंग क्षेत्र में।
बेलगावी की विश्वेश्वरैया टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी उनके सम्मान में नामित की गई है। साथ ही बेंगलुरू का यूनिवर्सिटी विश्वेश्वरैया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, सर एसएम विश्वेश्वरैया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी और नागपुर का विश्वेश्वरैया नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी जैसे प्रमुख कॉलेजों का नाम उनके नाम पर रखा गया है।
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