अगस्ता स्कैम पर ED का बड़ा यूटर्न, 24 घंटे बाद मृत गवाह को बताया जिंदा
नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय ने मंगलवार को दिल्ली की एक अदालत में इस बात की आशंका जताई थी कि अगस्ता वेस्टलैंड केस में एक गवाह की हत्या हो गई है। लेकिन बुधवार को ईडी ने 24 घंटे बाद अपने बयान से यू-टर्न ले लिया। हिन्दुस्तान टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक, बुधवार को ईडी ने मृत बताए गए गवाह को लेकर दावा किया कि, वह जिंदा है। गवाह अगले एक-दो दिन में पूछताछ का सामना करने के लिए उपलब्ध हो सकते हैं।
एजेंसी के वकील डीपी सिंह का बयान अदालत में उस चौंकाने वाला दावा करने के 24 घंटे बाद आया, जिसमें कहा था कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के भतीजे रतुल पुरी ने 3,600 करोड़ रुपये की चॉपर डील से जुड़े मामले में गवाह केके खोसला की हत्या की होगी। डीपी सिंह ने मंगलवार को कोर्ट को बताया था, रतुल पुरी इतना प्रभावशाली है कि वह न केवल भागने की फिराक में हैं, बल्कि हमें डर है कि एक गवाह की हत्या भी की जा चुकी है।
डीपी सिंह ने यह बयान चार्टर्ड अकाउंटेंट खोसला को लेकर दिया था, जो कथित तौर पर महीनों से गायब हैं। मगर बुधवार को डीपी सिंह ने इस हिस्से को गायब कर दिया। बुधवार को कोर्ट में सुनवाई के दौरान अपने एक दिन पहले के बयान से यूटर्न लेते हुए ईडी के वकील ने कहा कि हमें एक सूत्र से जानकारी मिली है कि, इस मामले के अहम गवाह खोसला, कल या परसो तक सामने आ सकते हैं।
डीपी सिंह ने अदालत से कहा कि रतुल को जांच में शामिल होने का निर्देश दें। बता दें कि कोर्ट ने कल रतुल पुरी को गिरफ्तारी से अंतरिम संरक्षण दिया था। अदालत ने ईडी की याचिका को खारिज कर दिया। विशेष न्यायाधीश अरविंद कुमार ने कहा कि वह आवेदन के निपटान तक ऐसी कोई भी दिशा निर्देश नहीं दे सकते। डी के सूत्रों का कहना है कि खोसला पुरी के लिए काम करते थे और 'कई तरह की गतिविधियों' में शामिल थे। उन्होंने एजेंसी के समक्ष अपना बयान दर्ज कराया था, जिसमें उन्होंने कुछ वित्तीय लेनदेन की जानकारी दी थी।
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