बिहार: कोर्ट ने हर्षवर्धन और मंगल पांडेय के खिलाफ जांच के दिए आदेश, इंसेफेलाइटिस से बच्चों की मौत का मामला
पटना: बिहार में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (चमकी बुखार) से मरने वालों बच्चों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। अकेले मुजफ्फरपुर में ये आंकड़ा 130 तक पहुंच गया है। अब इस मामलें में लापरवाही बरतने के आरोप के मामले में मुजफ्फरपुर सीजेएम कोर्ट ने जांच के आदेश दिए हैं। सीजेएम सूर्यकांत तिवारी ने सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के खिलाफ जांचे के आदेश दिए। इस मामले में इनके खिलाफ लापरवाही बरतने का का केस दर्ज किया गया है।
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सामाजिक कार्यकर्ता तमन्ना हाशमी ने दर्ज कराया केस
इन दोनों के खिलाफ इस मामले में सामाजिक कार्यकर्ता तमन्ना हाशमी ने पिछले सोमवार को मुजफ्फरपुर सीजेएम कोर्ट में केस दर्ज कराया था। सामाजिक कार्यकर्ता तमन्ना हाशमी ने कहना था कि बिहार में हुई बच्चों की मौत को लेकर सरकार की ओर से कौन-कौन से कदम उठाए गए हैं। एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम की जागरूकता को लेकर अब तक क्या-क्या किया गया है। अगर इस बीमारी को लेकर जागरूकता कार्यक्रम चलाए गए होते, तो बच्चों की मौत की संख्या काफी कम होती।
सुप्रीम कोर्ट ने भेजा नोटिस
इस मामले में सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने भी संज्ञान लिया है। सुप्रीम कोर्ट ने आज उत्तर प्रदेश, बिहार और केंद्र सरकार को इंसेफलाइटिस से बच्चों की मौत को लेकर नोटिस जारी किया। कोर्ट ने सात दिन के भीतर इनसे हलफनामा दाखिल करने को कहा है। सुप्रीम कोर्ट ने सरकारों से पूछा कि इंसेफलाइटिस से हो रहे बच्चों की मौत की रोकथाम के लिए क्या कदम उठाए गए हैं। इनसे कोर्ट में इंसेफलाइटिस से पीड़ित बच्चों के सार्वजनिक स्वास्थ्य, पोषण और स्वच्छता से संबंधित सुविधाओं का विवरण मांगा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुमान के अनुसार दिमागी बुखार के 5-35 फीसदी मामले जापानी बुखार वायरस के कारण होते हैं।
150 पहुंचा मौत का आंकड़ा
बिहार में एक्यूट इन्सेफेलाइटिस सिंड्रोम (चमकी बुखार) की वजह से होने वाली बच्चों की मौत रुक नहीं रही है। इस बीमारी से मरने वाले लोगों की संख्या 150 हो गई है। आधिकारिक आंकड़े के मुताबिक मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्णा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (एसकेएमसीएच) में अब तक 110 बच्चों की मौत हो गई है। वहीं मुजफ्फरपुर के केजरीवाल हॉस्पिटल में भी 20 बच्चों की मौत चमकी बुखार के वजह से हो गई है।