आजादी के बाद आपातकाल देश का सबसे काला दिन- केसरी नाथ त्रिपाठी
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी ने आपात काल को आजादी के बाद का सबसे काला दौर बताया है। केसरी नाथ त्रिपाठी ने तत्कालीन सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि आखिरकार कैसे कोई सत्ता के लिए इस स्तर तक गिर सकता है। उन्होंने कहा कि सत्ता के लिए तत्कालीन केंद्र सरकार ने बेशर्मी की सारी हदें पार करते हुए अपनी ताकत का गलत इस्तेमाल किया था।
तत्कालीन केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए केसरीनाथ त्रिपाठी ने कहा कि उस वक्त हर तरफ डर का माहौल था, किसी को भी कभी भी गिरफ्तार कर लिया जाता था। इससे पहले भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आपातकाल देश के लोकतांत्रिक इतिहास का एक काला अध्याय है। शाह ने कहा कि भाजपा ने ये दिन मनाने का निर्णय इसलिए लिया है ताकि इस दिन को देश की जनता कभी ना भूले, बार-बार उसका स्मरण करके एक ऐसी स्थिति का निर्माण करे की कभी कोई आपातकाल लगाने की हिम्मत इस देश में कर ना पाए।
मित शाह ने कहा कि आज जो लोग अभिव्यक्ति की आजादी की बात करते हैं, उनको अपने ही पुरखों के किये गए कामों का ध्यान नहीं है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जी को अपनी पार्टी का इतिहास याद करना चाहिए कि कैसे उन्हीं की पार्टी की सरकार ने संविधान पर आपातकाल का बुलडोजर चलाकर देश की संवैधानिक संस्थाओं को ध्वस्त करने का काम किया था। शाह ने कहा कि आपातकाल के दौरान अखबारों को बंद किया गया और आकाशवाणी को कांग्रेसवाणी बना दिया गया।
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