पटाखों से भरा फल खाने से हुई थी गर्भवती हथिनी की मौत, इंसानियत को शर्मसार करने वाले मामले में FIR दर्ज
नई दिल्ली। केरल के मलप्पुरम में गर्भवती मादा हाथी की मौत की घटना ने हर किसी को हिलाकर रख दिया है। इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली इस घटना को लेकर पूरे देश का गुस्सा सोशल मीडिया पर फूट पड़ा है। हालांकि इस मामले में एफआइआर दर्ज कर ली गयी है, केरल पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। बता दें कि मंगलवार को कुछ स्थानीय लोगों ने मादा हाथी को पटाखों से भरा अनानास खिला दिया था जिसके बाद हथिनी की मौत हो गई थी।
इंसानों की क्रूरता को बयां करती है घटना
जानवरों के साथ दुर्व्यवहार की कई खबरें रोजाना सामने आती हैं लेकिन मंगलवार को केरल के मलप्पुरम में मादा गर्भवती हाथी के साथ जो कुछ भी हुआ उसने इंसानियत का सिर शर्म से झुका दिया है। गर्भ में 18 से 20 महीने का बच्चा लिए हाथी खाने की तलाश में एक रिहायशी इलाके तक पहुंची जहां स्थानीय लोगों ने उसके साथ बहुत बुरा बर्ताव किया। बात यहीं तक खत्म नहीं हुई, कुछ शरारती तत्वों ने हाथी को खाने के लिए पटाखों से भरा एक अनानास दे दिया।
FIR lodged against unidentified people under relevant sections of Wild Life Protection Act over the incident wherein a pregnant elephant died in Malappuram after being fed a pineapple stuffed with crackers: Mannarkkad forest range officer #Kerala (File pic) pic.twitter.com/exLBKZGTRd
— ANI (@ANI) June 3, 2020
अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज
इंसानी फितरत से अनजान मादा हाथी ने अनानास को मुंह में रखा ही था कि वह पटाखा फट गया। इसके बाद हथिनी की मौत हो गई। यह घटना उस वक्त सामने आई जब केरल के मलप्पुरम जिले के फॉरेस्ट अधिकारी ने इस बाबत सोशल मीडिया पर जानकारी दी। इसके अगले दिन मन्नारकाड वन रेंज अधिकारी के अधिकारी ने बताया कि वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।
दर्द से राहत के लिए नदी में खड़ी रही
फॉरेस्ट अधिकारी मोहन कृष्णन ने फेसबुक पर पोस्ट लिखकर इस क्रूरता के बारे में लोगों को जानकारी देते हुए लिखा कि पटाखे से भरे अनानास को खाने के बाद हथिनी वेल्लियार नदी तक गई और वहीं पर खड़ी रही। हथिनी ने किसी भी व्यक्ति को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया, बावजूद इसके कि वह बेहद दर्द में थी। उसने किसी का घर नहीं तोड़ा, इसलिए मैं कहता हूं कि वह दैवीय हथिनी थी। हथिनी अपने मुंह और सूंड़ को पानी के भीतर करके खड़ी है ताकि उसे असहनीय दर्द से कुछ राहत मिल सके।
There's a natural law of karma that vindictive people, who go out of their way to hurt others, will end up broke and alone.”#Elephant pic.twitter.com/1J2epz2YDG
— Aman banka (@AmanBanka00) June 2, 2020
सोशल मीडिया पर लोगों ने की कड़ी सजा देने की मांग
मोहन कृष्णन के पोस्ट से मामला सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने अपना गुस्सा जाहिर किया है। कई लोगों ने आरोपियों के लिए कड़ी सजा की मांग की है। इस घटना ने हर किसी को अंदर तक झकझोर कर रख दिया है, यकीन करना मुश्किल है कि कोई इनता क्रूर कैसे हो सकता है। इस अमानवीय कृत्य ने लोगों को नाराज कर दिया है। कई लोगों ने इंटरनेट पर पोस्टर और स्केच से साथ हथिनी को श्रद्धांजलि दी है।
She trusted everyone, they killed her....#Elephant @RandeepHooda @CMOKerala pic.twitter.com/xntg9z47Nu
— Rijul Paul (@iamrijul) June 3, 2020
सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई
बता दें कि हथिनी को बाद में एक ट्रक में रखकर जंगल ले जाया गया, जहां जंगल के अधिकारियों ने उसका अंतिम संस्कार किया। फॉरेस्ट अधिकारी ने बताया कि हथिनी को हमे वो विदाई देनी थी, जिसकी वो हकदार थी। इसलिए हम उसे जंगल के भीतर ट्रक में रखकर ले गए, जहां वो बड़ी हुी थी, यहां उसका अंतिम संस्कार किया गया जिस डॉक्टर ने उसका पोस्टमार्टम किया उसने बताया कि वो अकेली नहीं थी। मैं उनकी तकलीफ और दुख को समझ सकता था, लेकिन डॉक्टर ने मुंह पर मास्क पहना था, लिहाजा उनके भाव नहीं दिख रहे थे। हमने हथिनी के सामने झुककर उसे श्रद्धांजलि दी।
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