गर्भवती हथिनी के हत्यारों की जानकारी देने वाले को वाइल्डलाइफ SOS देगा 1 लाख रुपए का इनाम
गर्भवती हथिनी के हत्यारों की जानकारी देने वाले को वाइल्डलाइफ SOS देगा 1 लाख रुपए का इनाम
कोच्ची। केरल के मलप्पुरम में गर्भवती मादा हाथी के साथ जो लोगों ने किया उसने इंसानियत को एक बाद भी शर्मसार कर दिया हैं। गर्भवती मादा हाथी की मौत की घटना ने हर किसी को हिलाकर रख दिया है। इस घटना को लेकर पूरे देश का गुस्सा सोशल मीडिया पर फूट पड़ा है। बर्बरता का शिकार हुई गर्भवती हथिनी की इस घटना ने मानवता को तार-तार कर दिया है। अभी तक हाथिनी को पटाखों से भरा अनानास खिलाने वाले पकड़े नहीं गए हैं। अब गर्भवती हथिनी के हत्यारों की सूचना देने वाले को एक लाख रुपए का इनाम दिया जाएगा।
इस मोबाइल नंबर और ईमेल पर दे सकते हैं सूचना
यह इनाम देने की घोषणा वाइल्उ लाइफ SOS और एलीफैन्ट एनजीओ वॉच डॅाग ने की हैं। उसने ऐलान किया हैं कि गर्भवती हाथिनी को पिछले गंमवाल वार को अनानास फल में पटाखा भर कर जिन लोगों ने दिया उसकी सूचना देने वाले को ये धनराशि दी जाएगी। एनजीओ ने कहा कि हम किसी भी हात में िहाक्की निर्मम हत्या करने वाले को पकड़वा कर रहेंगे। SOS ने एक लाख की रुपये की धनराशि का इनाम की घोषणा करते हुए एक मोबाइल नंबर और ईमेल साक्षा किया हैं। जिस पर लोग फोन करके या ईमेल करके हथिनी के साथ ये बर्बरता करने वाले दोषियों की सूचना दे सकते हैं। SOS ने एलीफैन्ट हॉटलाइन 9971699727 और email पता
एसओएस जानवरों के पुनर्वासन के लिए काम करता है
बता दें वाइल्ड लाइफ एसओएस जानवरों के पुनर्वासन के लिए काम करने वाला एनजीओ है। इसकी शुरुआत सन् 1995 में बैंगलोर के कार्तिक सत्यनरायन और दिल्ली की रहने वालीं गीत सहसमानी ने इसकी शुरुआत की। वाइल्ड लाइफ एसओएस ने सन् 1999 में बीयर रेस्क्यू सेंटर की शुरुआत की।
जानिए पटाखा खाने के बाद गर्भवती हथिनी का क्या हुआ था हाल
केरल सीएम ने हत्यारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया हैं। वहीं वन विभाग के अधिकारी भी हथिनी की जान लेने वाले अपराधियों की तलाश कर रही है। आपको बता दें कि केरल के मलप्पुरम जिले में कुछ क्रूर लोगों ने भोजन की तलाश में भटक रही गर्भवती हथिनी को पटाखों से भरा अनानास खिला दिया। धमाके की वजह से उसका मुंह और सूंड़ बुरी तरह जख्मी हो गए, जिसके बाद उसकी मौत हो गई, फॉरेस्ट अफसर ने इस घटना को अपने फेसबुक पेज पर शेयर किया तो मामला मीडिया में आया, अफसर ने बताया कि गर्भवती हथिनी मुंह में पटाखे फूटने के बाद वेल्लियार नदी पर गई और पानी में मुंह डालकर खड़ी हो गई।
इतने कष्ट में होने के बावजूद उसने किसी को नहीं पहुंचाया नुकसान
वन्य विभाग के अधिकारियों ने उसे निकाला लेकिन उसकी मौत हो गई। इस हथिनी का पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टरों ने कहा कि उसके पेट में इतना बड़ा बच्चा था कि उसे हाथों से पकड़ा जा सकता था। डॉक्टरों का कहना है कि पटाखों से उसके शरीर में काफी घाव हो गए थे। इस जलन के चलते ही वो पानी में खड़ी हो गई थी, शायद वो अपने बच्चे को बचाने की कोशिश में पानी में खड़ी रही, दर्द से कराहती हुई उस हथिनी ने इतने क्रूर बर्ताव के बाद भी किसी को कोई भी नुकसान नहीं पहुंचाया।