रूस के राष्ट्रपति चुनाव के लिए हिमाचल प्रदेश में डाले जा रहे हैं वोट, जानिए क्यों
। रूस में करीब छह साल बाद राष्ट्रपति चुनाव होने जा रहे हैं, लेकिन रूस में हो रहे राष्ट्रपति चुनावों के लिए भारत के हिमाचल प्रदेश में पोलिंग बूथ लगाए गए हैं और यहां पर मतदान भी शुरू हो गया है। रूस में 18 मार्च को वोट डाले जाएंगे। यह मतदान हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू के पास नग्गर में भी हो रहा है।
शिमला । रूस में करीब छह साल बाद राष्ट्रपति चुनाव होने जा रहे हैं, लेकिन रूस में हो रहे राष्ट्रपति चुनावों के लिए भारत के हिमाचल प्रदेश में पोलिंग बूथ लगाए गए हैं और यहां पर मतदान भी शुरू हो गया है। रूस में 18 मार्च को वोट डाले जाएंगे। यह मतदान हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू के पास नग्गर में भी हो रहा है। कुल्लू के हेरिटेज विलेज नग्गर के होटल नगर डिलाइट में बाकायदा मतदान केन्द्र बनाया गया है। यहां अंतर्राष्ट्रीय रौरिक आर्ट गैलरी में कार्यरत रूस के नागरिकों ने आज मतदान किया। मतदान को लेकर दुनिया भर की नजरें हैं और यही वजह है कि भारत में इसको लेकर उत्साह है।
पहली बार हिमाचल में डाले जा रहे हैं वोट
रूस में राष्ट्रपति चुनावों में व्लादीमिर पुतिन के खिलाफ मैदान में सात उम्मीदवार हैं ,जिनमें करोड़पति कम्युनिस्ट नेता पावेल ग्रुडिनिन और पूर्व टीवी होस्ट क्नेसिया सोबचाक शामिल हैं। रूस में रविवार को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में व्लादीमीर पुतिन के जीतने पर किसी को संदेह नहीं है। बस देखने वाली बात यह है कि वह इस बार कितने बड़े अंतर से चुनाव जीतते हैं। भारत के लोगों व भारत में रह रहे रूसी नागरिकों के लिये भी यह मतदान खास अहमियत रखता है। भारत में रूसी दूतावास की ओर से यहां पर मतदान केन्द्र बनाया गया है। ताकि हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू के नग्गर में स्थित अंतरराष्ट्रीय रौरिक आर्ट गैलरी में कार्यरत रूस के नागरिक मतदान कर सकें। आज यहां रूसी नागरिकों ने राष्ट्रपति चुनावों के लिए बैलेट पेपर पर अपना मत दिया। पहली बार ऐसा हुआ है कि नग्गर से भी रूस के राष्ट्रपति के लिए मतदान हुआ है। इससे पहले यह प्रक्रिया दिल्ली में ही होती थी हालांकि रूस के चुनाव 18 मार्च को होने हैं। मगर बैलेट पेपर पर मत देने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
मार्च 2012 को पुतिन चुने गए थे राष्ट्रपति
व्लादिमीर पुतिन अपना पिछला चुनाव 4 मार्च, 2012 को 63 से 60 प्रतिशत मत लेकर जीते थे। वे यूनाइटेड रशिया पार्टी से सम्बन्ध रखते हैं। मगर इस बार इस चुनाव के लिए 7 से भी अधिक उम्मीदवार मैदान में हैं। रौरिक आर्ट गैलरी में कार्यरत रशिया की क्यूरेटर लारीसा सुर्गीना ने बताया कि पहली बार ऐसा हुआ है कि हमने नग्गर से ही राष्ट्रपति के लिए चुनाव किया है। नहीं तो हमें अपने मत के प्रयोग के लिए दिल्ली जाना पड़ता था। वहीं, जानकार सूत्र बताते हैं कि रूस में राष्ट्रपति चुनावों में पुतिन के खिलाफ मैदान में सात उम्मीदवार हैं जिनमें करोड़पति कम्युनिस्ट नेता पावेल ग्रुडिनिन और पूर्व टीवी होस्ट क्नेसिया सोबचाक शामिल हैं। लेकिन वे भी जानते हैं कि पुतिन के सामने कोई चांस नहीं है। पुतिन को थोड़ी बहुत टक्कर उनके कट्टर आलोचक एलेक्सी नवालनी दे सकते थे, लेकिन उन्हें भ्रष्टाचार के आरोपों में दोषी साबित होने की वजह चुनाव नहीं लड़ने दिया गया।