येदुरप्पा, रेड्डी ब्रदर्स और श्रीरामुलु ने कैसे पलटा कांग्रेस का पासा, कर्नाटक में किंग बनी भाजपा
नई दिल्ली। कर्नाटक विधानसभा चुनाव का परिणाम लगभग-लगभग साफ हो चुका है। बीजेपी राज्य में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है। बात अगर चुनावी आंकड़ों की करें तो लिंगायत समुदाय के मजबूत नेता बीएस येदुरप्पा और ट्राइबल लीडर बी श्रीरामुलु के चलते ही बीजेपी को सफलता मिली है। ऐसा इसलिए क्योंकि इन दोनों नेताओं के चलते ही भारतीय जनता पार्टी कर्नाटक में कांग्रेस विरोधी मतों को मजबूत किया जो उसे सत्ता के करीब लाने में मददगार साबित हुई। उल्लेखनीय है कि येदुरप्पा और श्रीरामुलु 2012 में बीजेपी से बाहर चले गए थे। 2013 विधानसभा चुनाव इन दोनों नेताओं ने अलग-अलग लड़ा जिसका करारा झटका भाजपा को लगा और वो सत्ता से बाहर हो गई थी। कर्नाटक विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग के प्रोफेसर हरीश रामस्वामी का भी कहना है कि पिछले दो चुनावों में बीजेपी की हार के लिए ये दोनों नेता ही जिम्मेदार थे। उसके बाद साल 2014 में ये दोनों नेता भाजपा में वापस लौट आए और लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद बने।
पिछले चुनाव में इन दोनों नेताओं के चलते बीजेपी को हुआ था नुकसान
प्रभावशाली लिंगायत समुदाय के शीर्ष नेता येदुरप्पा द्वारा गठित कर्नाटक जनता पक्ष (केजेपी) ने 2013 में 6 सीटें जीती थीं। वहीं श्रीरामुलु के बदावरा श्रमिकारा रायतार कांग्रेस पार्टी (बीएसआर कांग्रेस) ने चार सीटें निकाली थीं। इसका असर सीधे तौर पर बीजेपी पर पड़ा था और वो 20 प्रतिशत वोटों की गिरावट के साथ 40 सीटों पर सिमट गई थी जो कि वो कम से कम इससे 28 सीटें (कुल 68 सीटें) जीत सकती थी।
इस बार इन दोनों नेताओं के चलते बीजेपी बनी किंग
केजेपी की 6 सीटें और बीएसआर कांग्रेस की 4 सीटों के वोट प्रतिशत को बीजेपी में जोड़ा गया होता तो बीजेपी का आंकड़ा 8 सीटों तक पहुंच सकता था। ऐसा ही मंगलवार को देखने को मिला। रुझानों की बात करें तो सुबह 10 बजे तक भारतीय जनता पार्टी 40 प्रतिशत वोट के साथ 95 सीटों पर आगे चल रही थी। यह पार्टी के लिए अच्छी खबर है क्योंकि येदुरप्पा और श्रीरामुलु के चलते उसे कर्नाटक में खोती जा रही सियासी जमीन वापस मिल गई।
रेड्डी ब्रदर्स ने पलट दिया कांग्रेस का पासा
बीजेपी लंबे वक्त से रेड्डी ब्रदर्स से दूरी बनाए रखने का दावा करती रही है। लेकिन कर्नाटक विधानसभा चुनाव से ठीक पहले पार्टी ना सिर्फ रेड्डी ब्रदर्स को वापस लाई बल्कि खुले हाथ से उनके परिवार और करीबियों को टिकट भी बांटे। बीजेपी ने बेंगलुरु की बीटीएम लेआउट सीट से लल्लेश रेड्डी को टिकट दिया गया था। लल्लेश रिश्ते में जनार्दन रेड्डी के भतीजे हैं। जनार्दन रेड्डी के दो भाइयों- गली सोमशेखर रेड्डी को बेल्लारी सिटी सीट और करुणाकर रेड्डी को हरापनहल्ली सीट से बीजेपी का टिकट मिला था। रेड्डी ब्रदर्स के बहुत करीबियों में माने जाने वाले श्रीरामुलु को मोलाकलमुरु सीट, फकीरप्पा को बेल्लारी ग्रामीण सीट और टीएच सुरेश बाबू को कंपाली सीट से बीजेपी उम्मीदवार बनाया था।
इसे भी पढ़ें- सिद्धारमैया के 3 अस्त्र जो शाह-मोदी-BSY के आगे हुए फेल