AAP छोड़कर जिन दो नेताओं ने कांग्रेस से चुनाव लड़ा, उनकी सीटों का क्या है हाल
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव के रुझान आने शुरू हो गए हैं। नतीजों की घोषणा होने से पहले ही शुरुआती रुझान में दिल्ली में एक बार फिर पांच साल के लिए केजरीवाल सरकार बनती दिखाई दे रही है। वहीं, चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी का साथ छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए आदर्श शास्त्री और अलका लांबा को बड़ा झटका लगा है। बता दें कि अलका लांबा चांदनी चौक विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रही हैं जबकि आदर्श शास्त्री कांग्रेस के टीकट पर द्वारका विधानसभा सीट से लड़ रहे हैं।
अलका लांबा को चांदनी चौक की जनता ने नकारा
गौरतलब है कि किसी जमाने में 'आप' की लोकप्रिय नेता रहीं अलका लांबा ने पिछले वर्ष कांग्रेस का हाथ थाम लिया था। कांग्रेस ने उन्हें चांदनी चौक विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए खड़ा किया है। इस सीट से 'आप' के प्रत्याशी परलद सिंह साहनी अलका लांबा के सामने मैदान में है। चांदनी चौक के नतीजे अभी घोषित नहीं हुए हैं लेकिन शुरुआती रुझानों की बात करें तो अलका लांबा की बहुत बुरी हार होने वाली है। अलका लांबा को दिल्ली की जनता ने सिरे से नकार दिया है चुनाव आयोग के रुझान के मुताबिक अलका को सिर्फ 399 वोट मिले हैं।
आदर्श शास्त्री द्वारका की रेस से बाहर
कांग्रेस नेता आदर्श शास्त्री की बात करें तो उनका हाल भी कुछ अलका लांबा जैसा ही हुआ है। द्वारका विधानसभा सीट से अपनी किस्मत आजमाने उतरे आदर्श शास्त्री रेस में कहीं भी नहीं हैं। शुरुआती रुझानों पर नजर डालें तो आदर्श शास्त्री को सिर्फ 1710 वोट ही प्राप्त हुए हैं। द्वारका सीट पर लड़ाई सिर्फ बीजपी और आप में दिखाई दे रही है हालांकि आप नेता विनय मिश्रा रेस में सबसे आगे हैं। द्वाराका में बीजेपी को बड़ा झटका लगा है क्योंकि इस सीट पर खुद पीएम मोदी ने एक मेगा रैली को संबोधित किया था।
आप छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए थे आदर्श और अलका
किसी समय में अलका लांबा और आदर्श शास्त्री आम आदमी पार्टी के बड़े नेताओं में शामिल थे लेकिन जल्दी ही पार्टी से मोहभंग होने के बाद दोनों कांग्रेस में शामिल हो गए थे। बता दें कि आदर्श शास्त्री देश के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के पोते हैं। 2015 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने आप के टीकट से द्वारका में चुनाव लड़ा और विजयी भी रहे। बाद में पार्टी से मोहभंग होने के बाद कांग्रेस में शामिल हो गए थे। वहीं, अलका लांबा के बारे में बात करें तो उन्होंने 6 सितंबर को आप से इस्तीफा देने के बाद अस्टूबर, 2019 में कांग्रेस का दामन थामा था। 2015 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने आप के टीकट पर चांदनी चौक से ही चुनाव लड़ा था और विजयी भी हुई थीं।
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