मोदी के वो तीन मास्टर स्ट्रोक्स जिसने दिलाई पीएम की कुर्सी
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 की मतगणना के रुझानों से साफ है कि देश में अगली सरकार एनडीए की बनने जा रही है। चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक बीजेपी ने 61 सीटें जीत ली हैं और 241 सीटों पर लीड कर रही है। कांग्रेस 34 सीटों पर लीड कर रही हैं और 17 सीटें जीत ली हैं। बीजेपी ने लगातार दूसरी बार अपने दम पर बहुमत हासिल किया है। साल 2014 में बीजेपी को 282 सीटें मिली थी। बीजेपी की जीत के पीछे बालाकोट एयर स्ट्राइक, केदारनाथ दर्शन और मैं हूं चौकीदार अभियान का बड़ा हाथ माना जा रहा है।
बालाकोट एयर स्ट्राइक
14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले में आतंकी हमला हुआ था। इसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। भारतीय वायुसेना ने 26 फरवरी तड़के और 27 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट में आंतकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के बैस कैंप पर एयर स्ट्राइक की थी। पीएम मोदी और बीजेपी ने पूरे चुनावों में इसका जिक्र किया। विपक्ष की तरफ से कुछ नेताओं ने एयर स्ट्राइक पर सवाल उठाए और पीएम मोदी, शाह समेत पूरी बीजेपी ने इसे मुद्दा बनाया। चुनावों में एयर स्ट्राइक को मोदी सरकार का मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है।
मोदी की केदारनाथ यात्रा
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन के उत्तराखंड दौरे पर शनिवार को गए थे। 18 मई को पीएम मोदी ने बाबा केदारनाथ के दर्शन किए। केदारनाथ के दर्शन के बाद उन्होंने केदार की गुफा में पूरा दिन और रात में ध्यान लगाया। रविवार की सुबह वो गुफा से बाहर निकले। इसके बाद वोटिंग के दिन उन्होंने केदारनाथ मंदिर के दोबारा दर्शन किए और पूजा अर्चना की। मोदी की केदारनाथ यात्रा को विपक्ष ने आचार संहिता का उल्लघंन बताया। तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता डेरेक ओ ब्रायन ने इस बारे में पत्र में कहा कि आखिरी चरण के लिए चुनाव प्रचार 17 मई को शाम छह बजे भले ही थम गया हो, लेकिन अचरज की बात है कि नरेंद्र मोदी की केदारनाथ यात्रा को पिछले दो दिनों के दौरान लगातार कवर किया जाता रहा और इसका बड़े पैमाने पर राष्ट्रीय और स्थानीय मीडिया में प्रसारण किया जा रहा है। यह आदर्श आचार संहिता का गंभीर उल्लंघन है। लेकिन मोदी की सातवें चरण से पहले केदारनाथ यात्रा ने सबका ध्यान खींचा।
'मैं हूं चौकीदार अभियान'
राफेल डील को लेकर पीएम मोदी पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सीधे आरोप लगाए थे। उन्होंने चुनाव में 'चौकीदार चोर है' का नारा दिया था। पीएम मोदी ने इस मुद्दे को उनसे लपक कर देश में मैं हूं चौकीदार अभियान' अभियान चलाया। इस अभियान के अंतर्गत उन्होंने चौकीदार का काम करने वाले लोगों से बात की। जिस तरह साल 2014 में उन्होंने चाय वाले मणिशंकर के बयान के बाद उसे भुनाया था। उसी तरह उन्होंने इस चुनाव में भी इसका फायदा उठाया। यहां तक कि हर बीजेपी के बड़े नेता और केंद्रीय मंत्री ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट में चौकीदार लिखना शुरू किया।
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