अब एशियाई विकास बैंक उपाध्यक्ष का पदभार संभालेंगे चुनाव आयुक्त अशोक लवासा
नई दिल्ली। चुनाव आयुक्त अशोक लवासा एशियाई विकास बैंक में उपाध्यक्ष का पदभार संभालने जा रहे हैं। हालांकि चुनाव आयोग के रूप में उनके कार्यकाल में दो साल से अधिक का समय बचा है और लवासा मुख्य चुनाव आयुक्त भी बन सकते थे, लेकिन पत्नी नोवल सिंह लवासा के आयकर के रडार पर आने और कथित टैक्स चोरी के चल रहे मामले के कारण संभवतः अशोक लवासा ने एडीबी का ऑफर स्वीकार किया है।
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पिछले लोकसभा चुनावों के दौरान सुर्खियों में आए थे चुनाव आयुक्त लवासा
पिछले लोकसभा चुनावों के दौरान चुनाव आयुक्त लवासा तब सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह को क्लीन चिट दिए जाने का विरोध किया था। मुख्य चुनाव आयुक्त समेत तीन आयुक्तों के पैनल में क्लीन चिट का विरोध करने वाले इकलौते आयुक्त थे
अशोक लवासा मौजूदा एडीबी उपाध्यक्ष दिवाकर गुप्ता की जगह लेंगे
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार लवासा एडीबी उपाध्यक्ष दिवाकर गुप्ता की जगह लेंगे, जो अभी निजी क्षेत्र के संचालन और सार्वजनिक-निजी भागीदारी के प्रभारी हैं। गुप्ता का कार्यकाल 31 अगस्त को समाप्त हो रहा है।
1980 बैच के आईएएस ऑफिसर हैं चुनाव आयुक्त अशोक लवासा
1980 बैच के आईएएस ऑफिसर लवासा पोल पैनल में चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा और मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा के साथ हैं. पूर्व वित्त सचिव लवासा अगले मुख्य चुनाव आयुक्त बनने की लाइन में थे।
सुनील अरोड़ा के रिटायरमेंट के बाद लवासा बन सकते थे मुख्य चुनाव आयुक्त
2021 में सुनील अरोड़ा के रिटायरमेंट के बाद उन्हीं की बारी थी। हालांकि अशोक लवासा ने अभी तक इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है। हालांकि एडीबी बैंक के प्रवक्ता राजेश देओल ने मीडिया से इसकी पुष्टि कर दी है।
चुनाव आयुक्त अशोक लवासा की पत्नी को मिल चुका है आयकर नोटिस
चुनाव आयुक्त अशोक लवासा की पत्नी नोवल सिंह लवासा सहित परिवार के तीन सदस्य आय से अधिक कम संपत्ति की कथित घोषणा के लिए पिछले दिनों आयकर विभाग के संदेह के घेरे में आए थे। हालांकि परिवार के सदस्यों ने आरोपों से इनकार किया था। मामला पत्नी नोवेल की करीब 10 कंपनियों में उनके स्वतंत्र निदेशक की हैसियत से होने वाली आय से जुड़ा है।