भारतीय सेना को 'मोदी की सेना' बोल फंसे सीएम योगी, EC ने तलब की रिपोर्ट
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद के बिसाहड़ा गांव में सोमवार को एक रैली की थी, जो अब विवादों में आ गई है। रैली में अपने भाषण के दौरान भारतीय सेना को 'मोदी जी की सेना' बताने पर चुनाव आयोग ने योगी आदित्यनाथ के भाषण की कॉपी मंगवाई है। सूत्रों के मुताबिक, चुनाव आयोग ने मीडिया रिपोर्ट पर संज्ञान लेते हुए रिपोर्ट तलब की है। गाजियाबाद के डीएम अपनी रिपोर्ट यूपी के मुख्य चुनाव अधिकारी को भेजेंगे।
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2019 के मद्देनजर एक रैली के दौरान यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारतीय सेना के लिए 'मोदी जी की सेना' शब्द का इस्तेमाल कर दिया था। इसे विपक्ष ने सेना का अपमान बताया है। चुनाव आयोग राजनीतिक पार्टियों को पहले ही नसीहत दे चुका है कि वे लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान सैन्य बलों के मुद्दे पर कोई प्रचार या दुष्प्रचार नहीं करें।
जानिए क्या बोला था योगी आदित्यनाथ ने
बता दें कि विपक्षी दलों पर प्रहार करते हुए रविवार को आदित्यनाथ ने कहा था कि कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के लिए जो 'असंभव' था, वह अब बीजेपी के शासन में संभव हो गया है। योगी ने कहा, 'कांग्रेस के लोग आतंकवादियों को बिरयानी खिलाते थे और मोदी जी की सेना आतंकवादियों को गोली और गोला देती है।
यही अंतर है। कांग्रेस के लोग मसूद अजहर के नाम के आगे 'जी' लगाते हैं, ताकि आतंकवाद को बढ़ावा मिले।' हालांकि, इस पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि यूपी के सीएम द्वारा यह कहना कि भारतीय सेना 'मोदी की सेना' है, हैरान करने वाला है। ऐसा बेखौफ वैयक्तिकीकरण और इस तरह हमारी प्रिय भारतीय सेना को हड़पना बेहद अपमानजनक है।