चुनाव से पहले EVM हैकिंग का दावा, EC ने किया खारिज
नई दिल्ली। भारत के चुनावों में इस्तेमाल की जाने वाली ईवीएम मशीनों को कैसे और कितनी आसानी के साथ हैक किया जा सकता है, इसका लाइव डेमो लंदन में इवेंट के दौरान बताया जाएगा। इस रिपोर्ट ने राजनीतिक पार्टियों में हड़कंप मचा दिया है, वहीं, देश का चुनाव आयोग ने हैकिंग की रिपोर्ट को हमेशा की तरह खारिज कर दिया है। इस रिपोर्ट के बाद चुनाव आयोग ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि वे इस प्रकार के इवेंट मुर्खतापूर्ण तथ्यों पर आधारित है, जिसको लेकर ईसीआई सावधान है।
EC करेगा कानूनी कार्रवाई
भारतीय चुनाव आयोग ने कहा, 'हमें पता चला है कि इस प्रकार का कोई इवेंट दावा कर रहा है कि ईसीआई द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाले इवीएम छेड़छाड़ हो सकते हैं। इस पर अलग से जांच की जा रही है कि इस मुद्दे पर किस प्रकार से कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।' चुनाव आयोग ने यह भी कहा कि भारत में इस्तेमाल की जाने वाली ईवीएम भारत इलेक्ट्रॉनिक ऐंड कॉर्पोरेशल ऑफ इंडिया लिमिटेड की तरफ से बेहद कड़े सुपरविजन में बनाई जाती हैं। साल 2010 में गठित तकनीकी विशेषज्ञों की एक कमिटी की देखरेख में यह पूरा काम होता है। हम इस बात पर भी अलग से विचार करेंगे कि क्या इस मामले पर कोई कानूनी मदद ली जा सकती है?
हैकिंग भयावह शो बना रही कांग्रेस...
इस
रिपोर्ट
के
बाद
बीजेपी
के
मुख्तार
अब्बास
नकवी
ने
कांग्रेस
पर
हमला
बोला
है।
उन्होंने
कहा
कि
कांग्रेस
के
बहुत
सारे
फ्रीलांसर्स
है,
जो
मोदी
जी
को
हराने
के
लिए
कई
बार
पाकिस्तान
भी
मदद
के
लिए
पहुंच
जाते
हैं।
नकवी
ने
कहा
कि
कांग्रेस
आगामी
चुनावों
में
अपनी
संभावित
हार
का
हैकिंग
भयावह
शो
बना
रही
है।
सिब्बल को कांग्रेस ने भेजा था: नकवी
नकवी ने आगे कहा, 'कपिल सिब्बल संयोग से नहीं गए थे। उन्हें कांग्रेस ने, सोनिया और राहुल गांधी ने भेजा था। जिन लोगों को भी देश और देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को बदनाम करने की सुपारी दी गई है, उस सुपारी को लेकर यहां से कोई डाकिया तो जाना चाहिए। तो वह डाकिया भेजा गया है।'