दिल्ली चुनाव को लेकर EC ने किया बड़ा बदलाव, इस बार वोटर स्लिप में होगी ये खास सुविधा
दिल्ली चुनाव में वोटिंग को लेकर बड़ा बदलाव, इस खास तकनीक से होगी इस बार वोटर की पहचान...
नई दिल्ली। दिल्ली में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। सत्तारूढ आम आदमी पार्टी, भाजपा और कांग्रेस चुनावी रणनीतियां बनाने में जुट गए हैं। दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल आगामी 22 फरवरी को खत्म होने जा रहा है। ऐसे में माना जा रहा है कि जनवरी के पहले ही सप्ताह में चुनाव आयोग दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है। इस बार दिल्ली के विधानसभा चुनावों में चुनाव आयोग एक नई तकनीक का इस्तेमाल करने जा रहा है। दरअसल वोटर स्लिप पर इस बार क्यूआर कोड भी रहेगा, जिससे पहले की अपेक्षा मतदाताओं की पहचान तेजी और आसानी से हो सकेगी।
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दिल्ली में पहली बार होगा 'बूथ ऐप' का इस्तेमाल
सोमवार को चुनाव आयोग के अधिकारियों ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में इस बार वोटर स्लिप पर क्यूआर कोड की तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। चुनाव आयोग के एक सीनियर अधिकारी ने बताया, 'दिल्ली ऐसा पहला राज्य और केंद्र शासित प्रदेश होगा, जहां देश में पहली बार हर मतदान केंद्र के अंदर एक 'बूथ ऐप' का इस्तेमाल किया जाएगा। इस लेटेस्ट तकनीक के जरिए मतदाताओं की वोटर स्लिप में क्यूआर कोड का इस्तेमाल करने से चुनावी प्रक्रिया में काफी तेजी आएगी।'
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बूथ ऐप से मिलेंगी ये सारी जानकारियां
चुनाव अधिकारी ने बताया, 'इस तकनीक के जरिए तेजी से मतदाताओं की पहचान हो सकेगी। 'बूथ ऐप' के जरिए मतदाताओं को बूथ के बाहर लगी कतार की भी सटीक जानकारी मिल सकेगी, ताकि वो अपनी सुविधा के मुताबिक पोलिंग स्टेशन पर वोट डालने जा सकें। इसके अलावा इस ऐप से रियल टाइम मतदान का आंकड़ा भी प्राप्त किया जा सकेगा।' इस पूरी कवायद के पीछे चुनाव आयोग की कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग मतदान करने के लिए पोलिंग स्टेशनों पर पहुंचें।
पोलिंग स्टेशन के अंदर मोबाइल फोन की अनुमति पर भी विचार
सूत्रों का कहना है कि चुनाव आयोग मतदाताओं के लिए वोटर्स हेल्पलाइन ऐप से डिजिटल क्यूआर कोड डाउनलोड करने के लिए पोलिंग स्टेशन के अंदर मोबाइल फोन लाने की अनुमति देने के प्रस्ताव पर भी विचार कर रहा है। इसका फायदा ये होगा कि अगर कोई मतदाता अपनी वोटर स्लिप घर पर भूल आता है तो उसके फोन में वोटर्स हेल्पलाइन ऐप के जरिए डिजिटल क्यूआर कोड स्कैन कर बूथ पर उसका वोट डलवाया जा सके। क्यूआर कोड स्कैन करने के बाद फोन को वोट डालने से पहले लॉकर में जमा कर लिया जाएगा। हालांकि सूत्रों के मुताबिक अभी यह केवल एक प्रस्ताव है, जिसपर अंतिम फैसला होना बाकी है।
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