ईवीएम मुद्दे पर चुनाव आयोग ने 12 मई को सर्वदलीय बैठक बुलाई
चुनाव आयोग ने सभी दलों की 12 मई को बुलाई बैठक, ईवीएम मुद्दे को लेकर चुनाव आयोग ने बुलाई है यह सर्वदलीय बैठक
नई दिल्ली। जिस तरह से तमाम राजनीतिक दलों ने चुनाव के परिणाम आने के बाद ईवीएम मशीनों पर सवाल खड़े किए उसके बाद चुनाव आयोग ने आखिरकार इस मुद्दे को लेकर तमाम दलों की बैठक बुलाने का फैसला लिया है। चुनाव आयोग ने 12 मई को तमाम दलों की बैठक बुलाई है, माना जा रहा है कि इस बैठक में चुनाव आयोग इन दलों से उनकी शिकायत पर चर्चा करेगा।
ईवीएम मशीनों को लेकर सबसे पहले उत्तर प्रदेश के चुनाव के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने बड़ा हमला बोला था। उन्होंने चुनाव के नतीजों को सिरे से खारिज करते हुए ईवीएम मशीनों से छेड़खानी की बात कही थी। उन्होंने इसके लिए चुनाव आयोग को बकायदा पत्र लिखा था और चुनाव के नतीजों को रद्द कराने की बात कही थी। मायावती ने उत्तर प्रदेश में फिर से बैलेट के जरिए चुनाव कराने की भी मांग की थी।
हाल ही में उत्तराखंड में ईवीएम मशीनों को सील भी कर दिया गया है, ज्युडिशियल मजिस्ट्रे ने कलेक्ट्रेट से ईवीएम मशीन पर अपनी सील लगाने का भी आदेश दिया। कोर्ट ने उत्तराखंड के विकासनगर विधानसभा 7 क्षेत्र में ईवीएम मशीनों को सील करने का आदेश दिया था। इसके अलावा राजपुर रोड, रायपुर और मसूरी विधानसभा के पोलिंग स्टेशनों के ईवीएम मशीनों को भी सील करने का आदेश ज्युडिशियल मजिस्ट्रेट ने दिया था। कोर्ट ने यह कार्रवाई विकासनगर विधानसभा क्षेत्र में ईवीएम मशीनों के साथ छेड़खानी के आरोप में दायर की गई याचिका की सुनवाई करते हुई की है।
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बड़ा
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है
कि
दिल्ली
के
निकाय
चुनाव
के
बाद
भी
आम
आमदी
पार्टी
ने
ईवीएम
मशीनों
पर
सवाल
उठाए
थे,
पार्टी
के
नेता
मनीष
सिसोदिया
ने
यहा
तक
कह
दिया
था
कि
भाजपा
ईवीएम
लहर
के
चलते
यह
चुनाव
जीत
गई
है।
दिल्ली
के
मुख्यमंत्री
अरविंद
केजरीवाल
ने
चुनाव
से
एक
दिन
पहले
कहा
था
कि
अगर
चुनाव
में
भाजपा
को
बड़ी
जीत
मिलती
है
तो
वह
ईवीएम
के
खिलाफ
सड़क
पर
धरना
देने
उतरेंगे।