महाराष्ट्र: बैठक के बाद सामने आए कांग्रेस, शिवसेना, NCP के नेता, कहा-मसौदा तैयार
मुंबई। महाराष्ट्र में लागू राष्ट्रपति शासन के बीच कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना की ओर से सरकार बनाने की कोशिश जारी है। गुरुवार को मुंबई में तीनों ही पार्टियों के नेताओं ने अगली सरकार का मसौदा तैयार करने के लिए बैठक की। इसके बाद पहली बार एकसाथ तीनों ही पार्टियों के नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। शिवसेना के नेता एकनाथ शिंदे ने कहा कि बैठक में न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर बात हुई है। ड्राफ्ट तैयार है।
शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र में सरकार गठन के लिए कांग्रेस,शिवसेना और राकांपा की संयुक्त बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि, साझा न्यूनतम कार्यक्रम पर चर्चा हुई, एक ड्राफ्ट तैयार किया गया है। तीनों पार्टियों के हाई कमांड को इस ड्राफ्ट को भेजा जाएगा। हाई कमांड ही इसपर आखिरी फैसला लेगा। एकनाथ शिंदे ने कहा, दोबारा चुनाव ना हो इसलिए हमने कॉमन मिनिमम प्रोग्राम बनाया है जिसे लेकर हम आगे जाने वाले हैं। जैसे की महाराष्ट्र में शरद पवार हैं। हमारे दिल्ली में भी नेता गण हैं हमारे उद्धव ठाकरे साब हैं।
शिंदे ने कहा कि, ये सब जल्दी से जल्दी आगे बढ़ेंगे किसानों के हित में फैसला होगा। महाराष्ट्र के 12 करोड़ की जनता को न्याय देने के लिए केवल हमारे लिए नहीं किसान को लेकर बेरोजगारों तक को इस सरकार की आवश्यकता है। हम उस दिशा में कदम आगे बढ़ा रहे हैं। कांग्रेस की ओर से पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि दो दिनों तक हमारी बातचीत चली। ड्राफ्ट में क्या है इसका खुलासा फिलहाल हम यहां नहीं कर सकते।
Shiv Sena leader Eknath Shinde after Congress,Shiv Sena&NCP joint meeting today: Common Minimum Programme was discussed in the meeting,a draft has been prepared. The draft will be sent to high command of three parties for discussion, final decision will be taken by high commands. https://t.co/6eeotDpAwb pic.twitter.com/NXbU0Fpxp1
— ANI (@ANI) November 14, 2019
एनसीपी का पक्ष रखते हुए छगन भुजबल ने कहा कि किसान, बेरोजगारी, अल्पसंख्यक, एससी, ओबीसी, महिला सशक्तिकरण से संबंधित मुद्दे ड्राफ्ट में हैं। जरूरत पड़ने पर इसमें बदलाव भी हो सकता है। वहीं, एनसीपी प्रमुख शरद पवार और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के 17 नवंबर को दिल्ली में मिलने की संभावना है। बता दें कि शिवसेना ने बीजेपी के आगे सरकार बनाने को लेकर 50-50 फॉर्मूले की शर्त रखी थी। इसे मानने की जगह बीजेपी सरकार बनाने से ही किनारा कर लिया था।
महाराष्ट्र: सरकार बनाने पर माथपच्ची जारी, शिवसेना की कांग्रेस-NCP के साथ बैठक