
महाराष्ट्र के सीएम बनते ही एकनाथ शिंदे ने Twitter पर बदली फोटो, दिया ये बड़ा संदेश
मुंबई, 01 जून: महाराष्ट्र में शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने बगावत कर ना केवल अपनी ही पार्टी की उद्धव सरकार को उखाड़ फेंका है बल्कि सत्ता पर काबिज हो चुके हैं। ठाकरे के खिलाफ नौ दिनों तक किए विद्रोह के बाद गुरुवार को एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर सत्ता संभाल ली है। सीएम बनते ही एकनाथ ने ने शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे को खुद को राजनीतिक उत्तराधिकारी के रूप में पेश करते हुए एक सूक्ष्म संदेश भेजा है।

बाला साहेब की फोटो लगा कर बड़ा संदेश दिया
दरअसल, शपथ ग्रहण समारोह के ठीक बाद शिंदे ने अपने शिवसेना के उद्धव ठाकरे नेतृत्व के खिलाफ नौ दिनों के विद्रोह के बाद कल महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वाले एकनाथ शिंदे ने ट्विटर हैंडल की प्रोफाइल फोटो में अपनी बालासाहेब ठाकरे के साथ वाली फोटो लगा दी। शिंदे ने एक उग्र हिंदुत्व आइकन और मराठा गौरव के शुभंकर बाला साहेब की फोटो लगा कर बड़ा संदेश दिया है।

खुद को बाला साहेब का राजनीतिक उत्तराधिकारी बताया
एकनाथ शिंदे ने खुद शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे के साथ ये फोटो शेयर कर खुद को उनका राजनीतिक उत्तराधिकारी के रूप में पेश करते हुए एक सूक्ष्म संदेश भेजा है कि अब शिवसेना उनकी है क्योंकि वो ही बाला साहेब के सिद्धांतों और उनके बताए हिंदुत्ववादी रास्ते पर चल रहे है और शिवसैनिक भी उनके साथ हैं।

शिंदे गुट ने शिवसेना पर अपने अधिकार की लड़ाई की तेज
बता दें महाराष्ट्र में बीजेपी के समर्थन से सत्ता संभालने के बाद शिवसेना का ये शिंदे बागी गुट पार्टी पर नियंत्रण हासिल करने के लिए अपनी लड़ाई तेज कर रहा है। शिंदे गुट ने सुप्रीम कोर्ट में घोषित किया है कि वे असली शिवसेना हैं। उनका तर्क है कि उद्धव ठाकरे ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) शरद पवार की और कांग्रेस के साथ गठबंधन करके अपने पिता बाल ठाकरे की हिंदुत्व विचारधारा को कमजोर किया है। इसके साथ ही शिवसेना का महाआघाडी सरकार बनाने के लिए उद्धव ठाकरे द्वारा बनाए गए इस गठबंधन को अप्राकृतिक गठबंधन" बताया है।
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मात्र 15 विधायक ही हैं ठाकरे के साथ
रिकॉर्ड में एकनाथ शिंदे के पास शिवसेना के 55 में से 39 विधायकों का समर्थन है, जबकि उद्धव ठाकरे के पक्ष में केवल 15 ही शिवसेना के विधायक हैं। मालूम हो सुप्रीम कोर्ट द्वारा राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी द्वारा दिए गए विश्वास मत पर रोक लगाने से इनकार करने के बाद ठाकरे ने गुरुवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।

ठाकरे गुट के लोग शिंदे पर लगा रहे विश्वासघात का अरोप
उद्धव ठाकरे गुट ने 'विश्वासघात' के नारे के बीच हस्ताक्षर करते हुए, शिंदे पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी पार्टी ने ऑटो-रिक्शा चालकों और ठेला खींचने वालों को सांसद और विधायक बनाया है। बता दें शुरूआती दौर में शिंदे ठाणे में एक ऑटो-रिक्शा चालक थे।