सफाई कर्मी को बुजुर्ग ने गिफ्ट की मिठाई, घर जाकर डिब्बा खोला तो निकले 10 लाख रुपए, जानिए आगे क्या हुआ
नई दिल्ली। कोरोना वायरस संकट के बीच दिल्ली से ईमानदारी की मिसाल पेश करती एक अच्छी खबर सामने आई है। दिवाली के अवसर पर एक बुजुर्ग ने महिला सफाई कर्मचारी के गलती से नोटों से भरा मिठाई का डिब्बा थमा दिया। जब महिला कर्मचारी ने घर पहुंचकर डिब्बा खोला तो वह हैरान रह गई। उसने तुरंत इसकी जानकारी अपने उच्च अधिकारियों को दी जिसके बाद बुजुर्ग को बुलाकर उसकी धनराशि उसे वापस कर दी गई। महिला कर्मचारी को उसकी ईमानदारी के लिए प्रशस्ति पत्र और प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया है।
महिला सफाई कर्मचारी को गलती से दिए 10 लाख रुपए
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक मामला पूर्वी दिल्ली नगर निगम का है जहां काम करने वाली महिला सफाई कर्मचारी रोशनी देवी ने ईमानदारी की मिसाल पेश की है। जानकारी के मुताबिक पूर्वी दिल्ली के निवासी सोनू नंदा ने दिवाली के अवसर पर सफाई कर्मचारी रोशनी को उपहार स्वरूप एक मिठाई का डिब्बा दिया, जब रोशनी ने घर पहुंच कर डिब्बे की जांच की तो उसमें से 10 लाख रुपए निकले। यह देख रोशनी समझ गईं कि बुजुर्ग ने गलती से अपना पैसा उन्हें दे दिया है। रोशनी ने बिना देर किए इसकी जानकारी सूचना वार्ड के सफाई अधीक्षक जितेंद्र को दी।
रोशनी ने बुजुर्ग को लौटाई उनकी जमा पूंजी
इसके बाद दोनों पार्षद कंचन महेश्वरी के कांति नगर स्थित ऑफिस पहुंचे जहां उन्होंने बुजुर्ग को भी बुलाया। अपनी रकम पाकर सोनू नंदा की खुशी का ठिकाना नहीं रहा और उन्होंने रोशनी को अपनी तरफ से 2100 रुपए का इनाम भी दिया। रोशनी की ईमानदारी देख कंचन महेश्वरी काफी गौर्वान्वित हुए। उन्होंने कहा, रोशनी ने उनके वार्ड के साथ-साथ पूर्वी नगर निगम का भी रोशन किया है। एक तरफ जहां कर्मचारियों की शक की नजर से देखा जाता है वहीं, रोशनी ने साबित किया है कि पूर्वी नगर निगम में ईमानदार लोग काम करते हैं।
सोनू नंदा ने रोशनी की तरीफों को पुल बांधे
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पूर्वी नगर निगम में रोशनी स्थायी कर्मचारी हैं। मंगलवार की सुबह वह रोशनी को शंकर नगर एक्सटेंशन की गली नंबर-छह में रहने वाले बुजुर्ग सोनू नंदा ने एक थैला दिया और कहा कि यह दिवाली की मिठाई है। रोशनी ने थैले को अपने पास रख लिया, लेकिन जब वह घर पहुंची और थैला खोला तो उसमें नोटों की गड्डी देख वह हैरान रह गईं। उन्होंने तुरंत सफाई अधीक्षक जितेंद्र से संपर्क किया जिसके बाद बुजुर्ग को कांति नगर स्थित कार्यालय में बुलाया गया और उनकी रकम उन्हें वापस कर दी गई। सोनू नंदा ने रोशनी की तरीफों को पुल बांधे और कहा, रोशनी ने साबित कर दिया है कि आज के जमाने में भी लोगों में ईमानदारी बची है।
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