तो ईडी की जांच खोलेगी बर्दवान-सारदा कनेक्शन का सच
कोलकाता। बर्दवान ब्लास्ट में मनी ट्रेल की जांच कर रहे ईडी की ओर से गुरुवार को जानकारी दी गई है कि उन्होंने कुछ ऐसे अकाउंट्स का पता लगाया है जिसके जरिए पैसों का लेन देन हुआ है।
ऐसे समय में जब देश में चारों ओर इसी बात पर बहस जारी है कि क्या सारदा घोटाले और बर्दवान ब्लास्ट के बीच कोई कनेक्शन है, ईडी उन सुबूतों पर आकर रुक गई है जिसमें बर्दवान के कुछ एनजीओ को सुदीप्तो सेन से पैसे मिलने की बात साबित हो रही है।
एनजीओ की आड़ में घोटाला
पश्चिम बंगाल में जांच के दौरान ईडी को पता लगा कि कुछ एनजीओ ऐसे हैं जो पश्चिम बंगाल के एक राजनेता की पत्नी के नाम पर चल रहे हैं। ईडी के अधिकारी की ओर से वनइंडिया को जो जानकारी दी गई है, उसके मुताबिक यह रैकेट काफी गहरा है और कई सोर्सेज के जरिए पैसा पहुंचाया गया है।
ऐसे में ईडी को शक है घोटाले की बड़ी रकम को इन एनजीओ की आड़ में छिपाया गया है। हो सकता है कि इस रकम को बर्दवान मॉड्यूल के लिए भी भेजा गया हो।
बर्दवान ब्लास्ट और सारदा के रकम के बीच डायरेक्ट कनेक्शन को लेकर जांच हो रही है और एक अधिकारी की मानें तो इस बात को पूरी तरह से खारिज नहीं किया जा सकता है कि एनजीओ की ओर से भी मदद मिली है।
एक राजनेता की पत्नी के नाम कई एनजीओ
पश्चिम बंगाल में हजारों की संख्या में एनजीओ काम कर रहे हैं और पिछले दो वर्षों के दौरान इन एनजीओ की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। इनमें से कुछ एनजीओ ऐसे हैं जिन्हें सारदा से पैसा मिल रहा था और यह वह एनजीओ हैं जिन्हें एक प्रभावशाली राजनेता की पत्नी ऑपरेट करती हैं।
हेल्थ केयर और ग्रामीण विकास से जुड़ी ये एनजीओ पैसा सुरक्षित रखने का माध्यम बन गए हैं। आपको बता दें कि आईबी ने भी अपनी रिपोर्ट में इस ओर इशारा किया था कि राज्य के कुछ एनजीओ में पैसे को सुरक्षित रखने का काम किया गया।
वहीं एक ऐसी ही रिपोर्ट में यह दावा भी किया गया कि इन एनजीओ को विदेशों से भी फंड मिल रहा है ताकि देश की अर्थव्यवस्था को अस्थिर किया जा सके।
ईडी को पता चला ट्रांजैक्शन के बारे में
ईडी की ओर से इस सिलसिले में कई जगह छापेमारी की गई है। इन छापेमारी से साबित हुआ कि जो भी ट्रांजैक्शन हुए वह काफी संदिग्ध हैं। अनजान सोर्सेज से एनजीओ को पैसा आ रहा है और ऐसे में शक और गहरा गया है।
कुछ केसों में तो यह तक पता लगा है कि एनजीओ अपना असल काम छोड़कर दोषियों की सुरक्षा करने और सारदा घोटाले का पैसा बाहर भेजने के काम में लगे हुए थे।
ईडी के अधिकारी फिलहाल जांच में लगे हुए हैं। ईडी इस पूरे सिलसिले में सीबीआई और एनआईए से भी जानकारियां हासिल करेगी। ईडी की ओर से इस सिलसिले में कुछ लोगों पर मनी लॉंड्रिंग का केस भी दर्ज किया गया है।
वहीं ईडी पश्चिम बंगाल स्थित कुछ ट्रस्टों को होने वाली फंडिंग की जांच कर रही है। बताया जा रहा है कि इन ट्रस्ट्स को सुदीप्तो सेन ने शुरू किया था ताकि वह गलत तरीके से जमा पैसे को सुरक्षित रख सकें।