पी चिदंबरम के बेटे कार्ति को ईडी का समन, 11 जनवरी को किया तलब
नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कार्ति चिदंबरम को आईएनएक्स मीडिया मनी लॉन्ड्रिंग मामले समन जारी किया है। कार्ति को 11 जनवरी को पेश होने के लिए कहा गया है। कार्ति पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम के बेटे हैं। केंद्रीय जांच एजेंसी ने कार्ति और अन्य के खिलाफ इस वर्ष मई में मामला दर्ज किया था। इसमें कार्ति, आईएनएक्स मीडिया और इसके निदेशकों, पीटर और इंद्राणी तथा अन्य सहित सीबीआई शिकायत में नामित लोगों के खिलाफ प्रवर्तन मामला प्राथमिक रिपोर्ट (ईसीआईआर) दर्ज किया था।
कई अनियमितताओं के आरोप
मनीलॉन्ड्रिंग मामले में काफी समय से कीर्ति से खिलाफ जांच चल रही है। सीबीआई ने 15 मई को कार्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। इसमें 2007 में वित्त मंत्री पी चिदंबरम के कार्यकाल में आईएनएक्स मीडिया को विदेश से 305 करोड़ रुपये स्वीकार करने के लिए विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) की ओर से दी गई मंजूरी में कथित अनियमितताओं का आरोप लगाया गया था। कार्ति चिदंबरम पर आईएनएक्स मीडिया के साथ-साथ एयरसेल मैक्सिस केस में भी जांच चल रही है। कई दफा ईडी और सीबीआई कार्ति से पूछताछ कर चुकी है।
समन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट भी गए कीर्ति
कार्ति चिदंबरम ने एयरसेल-मैक्सिस सौदे के मामले में दिसंबर में सीबीआई के उन्हें समन भेजने को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में गए हैं। उनकी याचिका पर प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा, न्यायमूर्ति ए एम खानविलकर और न्यायमूर्ति धनंजय वाई. चन्द्रचूड़ की पीठ ने इस याचिका पर जनवरी के दूसरे सप्ताह के लिए सुनवाई निर्धारित करते हुए कार्ति को याचिका की एक प्रति सीबीआई के वकील को देने का निर्देश दिया। सितंबर में कार्ति को समन जारी करके एयरसेल-मैक्सिस मामले में पूछताछ के लिए उन्हें 4 अक्टूबर को बुलाया था। इसी समन को कार्ति ने चुनौती दी है।
ये है आरोप
जब पी. चिदबंरम देश के वित्त मंत्री थे तब फॉरेन इन्वेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड (एफआईपीबी) ने आईएनएक्स मीडिया के फंड को मंजूरी दी थी। इसमें कार्ति के साथ इंद्राणी मुखर्जी और पीटर मुखर्जी का नाम भी शामिल था। कार्ती चिदंबरम पर इस मामले में संलिप्त होने का आरोप है। वहीं, उन पर विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के उल्लंघन के मामले में भी ईडी ने नोटिस जारी किया है। आरोप था कि वह वासन हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी से कथित तौर पर जुड़े हुए हैं।
स्टैंडिंग कमेटी को भेजा गया नेशनल मेडिकल कमिशन बिल, काम पर लौटे डॉक्टर