क्या दरवाजे तोड़कर वाड्रा के ठिकानों पर ED ने की छापेमारी?, कांग्रेस ने बताया बदले की राजनीति
नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शु्क्रवार को सोनिया गांधी के दामाद रोबर्ट वाड्रा के अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की है। यह छापेमारी कुछ डिफेंस डील में कथित रूप से रिश्वत लेने पर की है। ईडी ने इस दौरान छापेमारी में राजधानी दिल्ली और बेंगलुरू में वाड्रा के घर और ऑफिस की तलाशी ली। वाड्रा के वकील का आरोप है का दरवाजे तोड़कर ईडी ने ऑफिस में एंट्री की और ऑफिस को तहस नहस कर दिया।
इस बीच कांग्रेस एक बार फिर वाड्रा के बचाव में उतरी है। कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इसे बदला लेने की राजनीति और दुर्भावनापूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि ईडी के अधिकारियों ने वाड्रा के ऑफिस और ठिकानों पर बिना किसी सर्च वारंट के छापा मारा है।
सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि ईडी ने वाड्रा के एक कर्मचारी मनोज के ससुर के घर पर हमला किया है, जिनका नाम रमेश कुमार शर्मा हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बिना किसी सर्च वारंट के उनके घर पर अवैध रूप से छापा मारकर ईडी ने उन्हें और उनकी पत्नी को सात घंटों तक हिरासत में लिया और पूरे घर को तहस नहस कर दिया। सुरजेवाला ने कहा कि शर्मा हिंदुस्तान टाइम्स के वाइस प्रेसिडेंट हैं।
ईडी की छापेमारी के बाद वाड्रा के वकील सुमन खेतान ने कहा कि पांच वर्षो से, वर्तमान सरकार ने मेरे मुवक्किल वाड्रा को डराने, उनकी छवि को नुकसान पहुंचाने का हरसंभव प्रयास किया है। सरकार ने बदनीयती और उनकी छवि को बिगाड़ने और उनके परिजनों पर निशाना साधने के लिए ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग समेत सभी एजेंसियों का इस्तेमाल किया।
स्काईलाइट हॉस्पिटलिटी के सुखदेव विहार स्थित ऑफिस पर ईडी ने छापेमारी शूरू की। वाड्रा के वकील खेतान ने कहा कि वे (ईडी) दरवाजा तोड़कर ऑफिस में घुसे और 13-14 घंटे तक कर्मचारियों को हिरासत में रखा। वकील का आरोप है कि ईडी ने छापेमारी में पूरा ऑफिस को तहस नहस कर दिया।