ईडी ने चिटफंड कंपनी के अवैध तरीके से कमाए 295 करोड़ किए जब्त
कोलकाता।
प्रवर्तन
निदेशालय
ने
रोज
वैली
चिटफंड
कंपनी
के
295
करोड़
जब्त
किए
हैं।
रोज
वैली
पर
निवेशकों
को
लालच
देकर
गलत
तरीके
से
करीब
15
हजार
करोड़
रुपए
जुटाने
का
आरोप
है।
इसके
अलावा
सेबी
की
इजाजत
के
बिना
कंपनी
ने
2011
से
2013
के
बीच
अवैध
तरीके
से
धन
जुटाने
का
भी
मामला
चल
रहा
है।
ईडी
ने
बताया
कि
रोज
वैली
ग्रुप
अपने
चिट
फंड
कारोबार
को
चलाने
के
लिए
कुल
27
कंपनियों
का
संचालन
कर
रही
थी,
जिसमें
से
केवल
आधा
दर्जन
कंपनियां
ही
ऐक्टिव
थीं।
प्रीवेंशन
ऑफ
मनी
लॉन्ड्रिंग
एक्टच
(पीएमएलए)
के
अधीन
कोलकाता
जोनल
ऑफिस
ने
इस
कार्रवाई
को
अंजाम
दिया
गया
है।
प्रवर्तन निदेशालय के सूत्रों का कहना है कि कंपनी के पास अब भी बड़ी रकम हैं जो करीब 9000 करोड़ रुपए हो सकती है। प्रवर्तन निदेशालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'यह न केवल कंपनी के खिलाफ सबसे कड़ा कदम है बल्कि पहली बार ईडी द्वारा किसी चिटफंड कंपनी के खिलाफ इतनी बड़ी रकम सीज करने का ऑर्डर दिया गया है।' अधिकारी ने कहा, 'रोज वैली समूह द्वारा चलाई जा रही 27 कंपनियों के 2807 खाते मिले हैं। हम ओडिशा में कंपनी की और चल-अचल संपत्ति की तलाश कर रहे हैं।'
गौतम कुंदु द्वारा चलाए जा रहे समूह रोज वैली के खिलाफ मार्केट विनियामक सेबी, सीरियस फ्रॉड इंवेस्टिगेशन ऑफिस (एसएफआईओ) और प्रवर्तन निदेशालय द्वारा कई मामलों की जांच की जा रही है। गुरुवार को ईडी द्वारा की गई जब्ती से कंपनी का ऑपरेशन ठप हो सकता है। हालांकि, रोज वैली के प्रवक्ता का कहना है कि प्रवर्तन निदेशालय की इस कार्रवाई से कंपनी के काम-काज पर कुछ असर नहीं पड़ेगा। ईडी का कहना है कि आगे की कार्रवाई के बाद कंपनी के लिए फंड जुटाने की स्कीम चलाना मुश्किल होगा।
ईडी दिसंबर तक संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया पूरी कर लेना चाहता है।