चीनी हवाला स्कैम: चार्ली पेंग के खिलाफ ED ने दर्ज किया मनी लॉन्ड्रिंग का मामला
नई दिल्ली। 1000 करोड़ रुपये के हवाला रैकेट के मामले में गिरफ्तार चीनी नागरिक लुओ सांग उर्फ चार्ली पेंग के खिलाफ ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग ऐक्ट के तहत केस दर्ज किया है। भारत में 'चार्ली पेंग' के फर्जी नाम से रह रहा सांग दरअसल यहां चीन के लिए जासूसी कर रहा था। वह दिल्ली समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में निर्वासित तिब्बतियों से घुल-मिलकर और उनके ठौर-ठिकानों का पता लगा रहा था।
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आयकर विभाग और ईडी जैसी जांच एजेंसियां पेंग और उसके हवाला नेटवर्क को लेकर जांच पड़ताल कर रही हैं। सांग अपने जासूसी के सीक्रेट ऑपरेशन का ट्रांजिट कैंप दिल्ली के मजनूं का टीला में बनाया हुआ था। वह कई लामाओं को रिश्वत देकर तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा और उनके सहयोगियों के बारे में जानकारी इकट्ठा करने में जुटा था। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक, शुरुआती जांच के बाद पुलिस को पता चला है कि चार्ली पेंग इस काम में लोगों से चीनी ऐप वी चैट के जरिए संपर्क में आता था।
चीनी संस्थाओं द्वारा चलाए जा रहे एक हवाला रैकेट की जांच में आयकर अधिकारियों ने पाया है कि एक संदिग्ध व्यक्ति लू सांग ने अपनी पहचान बदलकर चार्ली पैंग कर ली थी, जो कि एक भारतीय नागरिक था। उसके पास भारतीय पासपोर्ट और यहां तक कि आधार कार्ड भी था। उसकी शादी मणिपुर की एक लड़की से हुई थी। उसके पास से मणिपुर से जारी किया गया पासपोर्ट मिला है।
स्पेशल सेल ने 13 सितंबर 2018 को भी मजनूं का टीला इलाके से सांग को गिरफ्तार किया था। तब इसके ऊपर फर्जी पासपोर्ट के आधार पर दिल्ली में रहकर जासूसी का आरोप लगा था। लेकिन वह जमानत पर बाहर आ गया था।
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