आईएनएक्स मीडिया केस: प्रवर्तन निदेशालय ने कार्ति चिदंबरम से फिर की पूछताछ
नई दिल्ली। बहुचर्चित आईएनएक्स मीडिया केस में पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष पेश हुए। मामले के जांच अधिकारी ने तमिलनाडु के शिवगंगा से कांग्रेस सांसद कार्ती के मनी लांड्रिंग निरोधक कानून (पीएमएलए) के तहत बयान रिकार्ड किये। इससे पहले, उनसे पिछले साल अक्टूबर में पूछताछ की गई थी। जांच एजेंसी ने सांसद से इससे पहले भी मामले में कई बार पूछताछ की है।
ईडी ने ने अक्टूबर में आईएनएक्स मीडिया मामले में 2018 में कार्ति की 54 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की थी। उनकी ये संपत्ति भारत, ब्रिटेन और स्पेन में स्थित है। इससे पहले, एजेंसी सूत्रों ने आरोप लगाया था कि पी. चिदंबरम और कार्ति कई मुखौटा कंपनियों से लाभ हासिल करने वाले मालिक हैं। सीबीआई और ईडी ने पिछले साल चिदंबरम को गिरफ्तार किया था और उन्हें 100 दिन हिरासत में रहना पड़ा था। उन्हें गत दिसंबर की शुरुआत में रिहा किया गया।
इससे पहले, एजेंसी सूत्रों ने आरोप लगाया था कि पी चिदंबरम और कार्ति कई मुखौटा कंपनियों से लाभ हासिल करने वाले मालिक हैं। इन कंपनियों का गठन भारत और विदेश में किया गया है। इन कंपनियां का विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड की आईएनएक्स मीडिया समूह को दी गई मंजूरी से जुड़ाव सामने आया।
वहीं दूसरी ओर मद्रास उच्च न्यायालय ने सोमवार को कार्ति चिदंबरम और उनकी पत्नी श्रीनिधि चिदंबरम को कथित तौर पर 6.38 करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति का खुलासा नहीं करने को लेकर चलने वाले मुकदमे से तत्काल राहत देने से इनकार कर दिया। सांसदों और विधायकों से संबंधित मामलों की सुनवाई के लिए गठित एक विशेष अदालत में इस मामले की सुनवाई रोकने के लिए उन्होंने उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी।
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