Agustawestland case: ED की चार्जशीट में बड़ा खुलासा, AP यानी अहमद पटेल, FAM मतलब फैमिली
नई दिल्ली। अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की चार्जशीट में बड़ा खुलासा हुआ है, ईडी ने अपनी चार्जशीट में कहा कि बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल ने AP का मतलब अहमद पटेल और FAM का मतलब फैमिली बताया है, चार्जशीट में ईडी ने यह भी लिखा है कि मिशेल के एक पत्र से यह भी साबित होता है कि तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर उनकी पार्टी के नेताओं द्वारा उन पर काफी दबाव डाला गया था। गौरतलब है कि अहमद पटेल,सोनिया गांधी और राहुल गांधी के काफी करीबी माने जाते हैं, ऐसे में उनका नाम इस तरह से सामने आना चुनावी माहौल में कांग्रेस के लिए मुश्किलें पैदा कर सकता है।
अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला
आपको बता दें कि ईडी ने वीवीआईपी हेलिकॉप्टर घोटाला मामले में गुरुवार को चौथी चार्जशीट दायर की है, जिसमें उसने कहा कि मिशेल के डायरी में संक्षिप्त रूप में दर्ज शब्दों का संबंध एयर फोर्स अधिकारियों, नौकरशाहों, रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों और तत्कालीन सत्ताधारी दल के शीर्ष नेताओं को दी गई 3 करोड़ यूरो की रिश्वत से संबंधित है।
आरोपपत्र में तीन नए नाम भी शामिल
जांच एजेंसी ने 3,000 पन्नों के अपने आरोपपत्र में तीन नए नाम भी शामिल किए हैं, जिनमें मिशेल के कथित बिजनेस पार्टनर डेविड सिम्स और उनकी दो कंपनियों - ग्लोबल सर्विसेज एफजेडई, यूएई और ग्लोबल ट्रेड ऐंड कॉमर्स लिमिटेड शामिल हैं।
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अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला
आगस्तावेस्टलैण्ड हेलिकॉप्टर घोटाला भारत द्वारा आगस्तावेस्टलैण्ड कम्पनी से खरीदे जा रहे हेलिकॉप्टरों से सम्बन्धित है। यह 2013-14 में सामने आया। इसमें कई भारतीय राजनेताओं एवं सैन्य अधिकारियों पर आगस्तावेस्टलैण्ड से मोटी घूस लेने का आरोप है। यूपीए-1 सरकार के समय अगस्ता वेस्टलैंड से वीवीआईपी के लिए 12 हेलिकॉप्टरों की खरीद का सौदा हुआ था। यह सौदा 360 करोड़ रुपए का था।
IAF चीफ एसपी त्यागी पर भी आरोप
इसमें 360 करोड़ रुपए की रिश्वतखोरी की बात सामने आई जिसके बाद यूपीए सरकार ने सौदा रद्द कर दिया। IAF चीफ एसपी त्यागी सहित 13 लोगों पर केस दर्ज किया गया था। जिस बैठक में हेलिकॉपटर की कीमत तय की गई थी, उसमें यूपीए सरकार के कुछ मंत्री भी मौजूद थे, जिसके कारण ही कांग्रेस सवालों के घेरे में है।
प्रोफेसर विलियम पार्क
अप्रैल 2014 में इटली के एक न्यायालय के फैसले के अनुसार अगस्ता सौदे में घोटाला हुआ था। कोर्ट ने कंपनी फिनमेक्कनिका को दोषी पाया,कोर्ट ने अपने आदेश में फिनमैकेनिका की अधीनस्थ कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड के पूर्व सीईओ ब्रूनो स्पैगनोलिनि को भी साढे़ चार साल जेल की सजा सुनाई, इसके पूर्व इटली की एक अदालत ने मई 2014 में इटली के बैंकों में जमा रुपए की बैंक गारंटी भारत को लेने की अनुमति दे दी थी। इस पर अगस्ता वेस्टलैंड कंपनी अंतरराष्ट्रीय न्यायालय की शरण में चली गई और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायमूर्ति बी एन श्रीकृष्ण को मध्यस्थ के तौर पर नामित किया। इस पर भारत ने न्यायमूर्ति बी पी जीवन रेड्डी को दूसरा मध्यस्थ नियुक्त किया। सितंबर 2014 में जब दोनों पक्ष तीसरे मध्यस्थ पर सहमत नहीं हुए तो अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने प्रोफेसर विलियम पार्क को मामले के निपटारे के लिए नियुक्त किया।