बैंक लोन धोखाधड़ी के मामले में ED ने बड़ी सर्राफा कपनी की 328 करोड़ की संपत्ति सीज की
नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय ने भ्रष्टाचार के खिलाफ बेंगलुरू में बड़ी कार्रवाई करते हुए मेसर्स नथेला संफत ज्वेलरी प्राइवेट लिमिटेड की करोड़ों की संपत्ति को सीज कर दिया है। कंपनी के तमाम प्रमोटर्स के खिलाफ कार्रवाई करते हुए ईडी ने इनकी 328 करोड़ रुपए की संपत्ति को सीज कर दिया है। यह संपत्ति प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉड्रिंग एक्ट के तहत सीज की गई है। कंपनी पर बैंक के साथ लोन लेने के नाम पर धोखाधड़ी का आरोप है, जिसके बाद ईडी ने कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए इसकी संपत्ति को सीज कर दिया है। इस मामले में ईडी आगे की जांच कर रही है।
ईडी ने यह कार्रवाई अप्रैल 2018 में दर्ज हुई एक एफआईआर के आधार पर की है। यह एफआईआर सीबीआई ने बैंक फ्रॉड मामले में दर्ज की थी, जिसके बाद से ही ईडी ने नाथेला के खिलाफ जांच करनी शुरू कर दी थी। आपको बता दें कि यह कंपनी सोने और जांचे के जवाहरात बेचती है, इसके साथ ही कीमती पत्थरों के गहने भी बेचने के कारोबार में यह कंपनी शामिल है। यह एफआईआर एसबीआई बैंक की शिकायत के आधार पर दर्ज की गई है।
शिकायत में कहा गया है कि बैंक ने 2009 के बाद कैश क्रेडिट फैसिलिटी मुहैया कराई थी, जोकि समय के साथ चुकाई नहीं गई। जांच में यह बात सामने आई है कि 31 दिसंबर 2017 को बैंक ने कुल 495 करोड़ रुपए के स्टॉक को बैलेंस शीट में दिखाया था, लेकिन फॉरेंसिक ऑडिट के अनुसार यह सिर्फ 31 करोड़ रुपए ही था। इसी तरह 2016-17 में कुल बिक्री 1517 करोड़ रुपए बताया गया था जबकि वास्तविक बिक्री 157 करोड़ रुपए थी। इसी तरह खरीद के मामले में भी कंपनी ने गलत आंकड़े दिखाए। कंपनी की ओर से कहा गया था कि कुल 1591 करोड़ रुपए की खरीद की गई थी, जबकि वास्तविक खरीद 61 करोड़ रुपए की थी। लिहाजा गलत आंकडों को दिखाकर बैंक से लोन हासिल किया गया था>