आदर्श को-ऑपरेटिव स्कैम मामले में ED की बड़ी कार्रवाई, जब्त की 1489 करोड़ की संपत्ति
नई दिल्ली। आदर्श क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी के 14 हजार 800 करोड़ रुपए के घोटाले और 20 लाख लोगों से ठगी के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई की है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आदर्श क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड की धन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 (PMLA) के तहत कुल 1489 करोड़रुपये की अचल और चल संपत्तियों को जब्त कर लिया है।
इस मामले में सोमवार को ईडी ने कार्रवाई करते हुए आदर्श क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी की 1464.76 करोड़ रुपये मूल्य की भूमि और भवन को जब्त कर लिया। इसके अलावा कई बैंक खातों में जमा 24 करोड़ रुपए से अधिक की जमा राशि को भी जब्त कर लिया है। ये खाते आदर्श ग्रुप के मुकेश मोदी, वीरेंद्र मोदी और उनके परिवार के लोगों के थे। ईडी ने इसके आलावा रिद्धि-सिद्धि समूह के महेंद्र टाक और सौरभ टाक की संपत्ति को जब्त किया है।
2018 में एसओजी मुख्यालय जयपुर पर सूचना मिली की मुकेश मोदी द्वारा आदर्श क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी लि0 अहमदाबाद के द्वारा स्थापित की गई थी। जिसकी भारत के 28 राज्यों एवं 4 केन्द्र शासित प्रदेशों में 806 शाखाऐं खोली। जिनमें 309 शाखाऐं राजस्थान में खोलकर करीब 20 लाख सदस्य बनाए। इनमें करीब 10 लाख निवेशक सदस्य शामिल है। इनसे करीब 8000 करोड़ रूपये की निवेश करवाया और अपनी शैल कंपनी में निवेशित कर निवेशकों के धन का दुर्विनियोग किया है।।
मोदी परिवार के द्वारा अपने मित्रों एवं परिवारजनों के नाम 187 ऋण खातों में 20 लाख निवेशकों से प्राप्त निवेश राशि का 99 प्रतिशत निवेश शैल कंपनी को अवैध तरीके से सदस्य बनाकर बिना कोई collateral Assets हासिल किये ऋण प्रदान किया।