अजय राय ने कहा, मैंने नमो की तरह इरादे से नहीं लगाया पंजे का निशान, एफआईआर दर्ज
लोक सभा चुनाव 2014 का आखिरी दिन और अंतिम चरण। इस चरण में देश की राजनीति ने एक नया मोड़ लेने से जरा भी परहेज नहीं किया। नेताओं की दबंगई खुलेेआम देखी जा सकती थी और चुनाव आयोग की बेबसी भी। जिस जिले प्रशासन ने वाराणसी में नरेंद्र मोदी को रैली नहीं करनी दी वही प्रशासन 12 मई को मंह बांधे और हाथ में डंडा पकड़ कर खड़ा था। दूसरी ओर कांग्रेस के अजय राय नमो की नकल करते हुए स्वयं पंजे का निशान लगाकर वोट डालने गए जबकि एक मतदान केंद्र में तो सपा ने अपने नेताओं की फोटो और चुनाव चिह्न लगाकर एक लैपटाप ही रख दिया। आखर संहिता तो तार-तार हुई ही साथ ही अब चुनाव आयोग से भी लोगों का विश्वास उठ गया है।
विरोधी पार्टियों ने मामले को तूल पकड़ाते हुए अजय के पंजे दिखाने वाली बात की शिकायत चुनाव आयोग से की। ऐसे में पूरे वीडियों काे देखने के बाद आयोग ने अजय के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दे दिए हैं। अब एफआईआर दर्ज करने के बाद पूरे मामले की जांच जिला प्रशासन को करनी होगी।