Corona Lockdown: राज्यसभा का चुनाव टाल सकता है EC, राज्यों ने भी की है मांग
नई दिल्ली- कोरोना वायरस की वजह से अब राज्यसभा की द्विवार्षिक चुनाव भी टलने के आसार लग रहे हैं। कुछ राज्यों ने चुनाव आयोग से इसके लिए औपचारिक निवेदन भी किया है। क्योंकि, देश का बड़ा हिस्सा इस वक्त लॉकडाउन है। आवाजाही बंद पड़ी है। प्रधानमंत्री के स्तर से लगातार सोशल डिस्टेंसिंग की अपील की जा रही है, ऐसे में जिन राज्यों में राज्यसभा के चुनाव होने हैं, वहां के जन-प्रतिधिनियों को प्रदेश की राजधानियों में पहुंच पाना बहुत मुश्किल का सौदा लग रहा है। कानून के जानकार भी मानते हैं कि राज्यसभा का चुनाव ऐसा कुछ नहीं है, जिसे कुछ वक्त के लिए टाला नहीं जा सकता, क्योंकि समय की मांग है कि इस तरह के आयोजनों से वायरस के संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। हालांकि, ये फैसला पूरी तरह से चुनाव आयोग के विवेक पर निर्भर करता है।
टल सकता है राज्यसभा चुनाव
कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से 26 मार्च को होने वाले राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनाव पर भी ग्रहण लगता नजर आ रहा है। इस दिन राज्यसभा की 18 सीटों के लिए वोटिंग होनी है, लेकिन कोरोना वायरस की वजह से देशभर के कई जिलों में किए गए लॉकडाउन और आवाजाही के ठप होने के चलते चुनाव आयोग फिलहाल इसे स्थगित करने का भी फैसला कर सकता है। लेकिन, दिक्कत ये है कि 2 अप्रैल को इन 18 सीटों के सांसदों का कार्यकाल पूरा हो रहा है और अगर वायरस की वजह से चुनाव टलता है तो राज्यसभा में सदस्यों की संख्या घट जाएगी।
कानूनी तौर पर कोई अड़चन नहीं- एक्सपर्ट
जब चुनाव टालने को लेकर चुनाव आयोग के पास मौजूद कानूनी और संविधानिक विकल्पों के बारे में टाइम्स ऑफ इंडिया ने कानून के एक जानकार से बात की तो उन्होंने कहा कि ऐसा करना आयोग के लिए मुमकिन है। उनके मुताबिक, 'अगर हालत ऐसे बन जाते हैं तो राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनाव स्थगित किए जा सकते हैं। इसका असर सिर्फ ये पड़ेगा कि राज्यसभा के सदस्यों की संख्या नए सदस्यों के चुने जाने तक बहुत कम हो जाएगी। ऐसी कोई अनिवार्यता नहीं है कि राज्यसभा की सीटें हर समय भरी ही होनी चाहिए।'
गुजरात पहले ही कर चुका है चुनाव टालने की मांग
बता दें कि गुजरात पहले ही चुनाव आयोग से राज्यसभा चुनावों की तारीख टालने की मांग कर चुका है। वहां राज्यसभा की 4 सीटों पर चुनाव होने हैं, जबकि कई शहरों में लॉकडाउन है, जिसमें कि अहमदाबाद भी शामिल है। बता दें पिछले 25 फरवरी को चुनाव आयोग ने राज्यसभा की 55 सीटों पर द्विवार्षिक चुनाव की घोषणा की थी। जबकि, एक सीट पर उपचुनाव की घोषणा की गई थी, जो कि भाजपा सांसद बीरेंद्र सिंह के इस्तीफे की वजह से खाली हुई थी। सभी सीटों पर चुनाव की तारीख 26 मार्च को निर्धारित की गई थी।
37 सीटों पर निर्विरोध जीत चुके हैं उम्मीदवार
बता दें कि 55 सीटों में से 37 सीटों पर प्रत्याशियों को निर्विरोध पहले ही चुना जा चुका है। जबकि, पश्चिम बंगाल की एक सीट पर टीएमसी के प्रत्याशी का नामांकन पत्र तकनीकी आधार पर रद्द होने की वजह से सिर्फ 18 सीटों पर ही वोटिंग हो रही है। जिन राज्यों में चुनाव होने हैं, उनमें गुजरात और आंध्र प्रदेश में चार-चार, राजस्थान और मध्य प्रदेश में तीन-तीन, झारखंड में दो और मणिपुर और मेघालय में एक-एक सीटें शामिल हैं।
इसे भी पढ़ें- कोरोना: सरकार ने किया गुजरात राज्यसभा चुनाव टालने का अनुरोध, बजट सत्र पर भी फैसला आज