मुश्किल में अरविंद केजरीवाल, गलत जानकारी देने के आरोप में चुनाव आयोग ने थमाया नोटिस
नई दिल्ली। अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी एक बार फिर मुश्किलों में फस गई है। चुनाव आयोग ने पार्टी को नोटिस भी थमा दिया है। चुनावा आयोग ने नोटिस में कहा है कि साल 2014-15 में पार्टी की ओर से आयकर विभाग और निर्वाचन आयोग जो आंकड़े दिए हैं वो अलग-अलग हैं। इसलिए आम आदमी पार्टी इसका जवाब दे। चुनाव आयोग ने कहा कि पार्टी ने कानूनी निर्देशों का पालन नहीं किया है ऐसे में उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जानी चाहिए।
हालांकि चुनाव आयोग की नोटिस पर अभी तक पार्टी के नेताओं का कोई भी बयान सामने नहीं आया है। लेकिन अगर ऐसा है तो केजरीवाल की मुश्किल बढ़ सकती है। क्योंकि पार्टी पहले ही बोल चुकी है कि वो आम जनता से मिलने वाले चंदे को सार्वजनिक नहीं करेगी। यहां तक पार्टी ने यह भी साफ कर दिया है कि 2019 लोक सभा चुनाव के लिए भी जो चंदे मिलेंगे उसका ब्यौरा सार्वजनिक नहीं किया जाएगा। हालांकि पार्टी ने इसके पीछ कई तर्क दिए हैं। जैसे कि चंदा देने वालों को किसी प्रकार की दिक्कत न उठानी पड़े।
गृह
मंत्रालय
भी
जारी
कर
चुका
है
नोटिस
इधर
गृह
मंत्रालय
पहले
ही
विदेशी
चंदे
को
लेकर
आम
आदमी
पार्टी
को
जानकारी
देने
के
लिए
नोटिस
जारी
कर
चुका
है।
गृह
मंत्रालय
की
ओर
से
जारी
नोटिस
में
विभिन्न
देशों
से
मिले
चंदे
की
जानकारी
मांगी
गई
थी।
हालांकि
पार्टी
ने
ये
जानकारी
देने
का
वादा
भी
किया
था।
वहीं
31
मई
2018
को
(एसोसिएशन
फॉर
डेमोक्रेटिक
रिफॉर्म्स)
की
रिपोर्ट
में
पार्टियों
को
मिलने
वाली
चंदा
के
बारे
में
बताया
गया
है।
रिपोर्ट
में
कहा
गया
है
कि
देश
की
7
राष्ट्रीय
पार्टियों
को
2016-17
में
अज्ञात
स्त्रोंतों
से
710.80
करोड़
रुपए
चंदा
मिला
है।
जबकि
अन्य
पार्टियों
द्वारा
घोषित
कुल
चंदे
की
राशि
589.38
करोड़
रुपए
हैं।
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