कांग्रेस प्रत्याशी को पाकिस्तानी रिप्रेजेंट कह बुरा फंसे बीजेपी विधायक, EC ने दी सख्त नसीहत
झबुआ। मध्य प्रदेश के झबुआ सीट पर उनचुनाव के लिए प्रचार के दौरान बीजेपी विधायक और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव के बयान को चुनाव आयोग ने आचार संहिता का उल्लंघन माना है। चुनाव आयोग की तरफ से गोपाल भार्गव को भविष्य में ऐसे बयान से बचने की नसीहत दी गई है। आपको बता दें कि गोपाल भार्गव ने एक झबुला उपचुनाव के लिए प्रचार कार्यक्रम के दौरान कहा, "यह चुनाव दो पार्टियों (कांग्रेस-बीजेपी) के बीच का नहीं बल्कि भारत और पाकिस्तान के बीच का है।
भानू भूरिया (बीजेपी उम्मीदवार) भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं, जबकि कांतिलाल भूरिया (कांग्रेसी कैंडिडेट) पाकिस्तान को रिप्रेजेंट करते हैं।" भार्गव ने इसके अलावा संबोधन के दौरान लोगों से हाथ उठवा कर पूछा कि वे अपने देश को सर्पोट करेंगे या फिर पाकिस्तान का? यही नहीं, इसके बाद जनता से उन्होंने 'भारत माता की जय' के नारे भी लगवाए।
कांग्रेस ने EC से की थी शिकायत
भार्गव के इस बयान पर सूबे में सियासी बवाल शुरू हो गया था। दरअसल, कांग्रेस ने इस मसले को लेकर चुनाव आयोग (ईसी) को शिकायत दे दी थी। इस कंप्लेंट में कहा गया है कि बीजेपी नेता ने कांग्रेसी कांतिलाल भूरिया को पाकिस्तानी प्रतिनिधि करार दिया है। ऐसे में उनका बयान आचार संहिता का उल्लंघन करता है, जिसे लेकर उनके खिलाफ ऐक्शन लिया जाना चाहिए। हालांकि, बयान पर बवाल बढ़ता देख भार्गव की ओर से स्पष्टीकरण भी दिया गया। कहा गया, "मेरा मतलब विचारधारा से था। पाक, एक विचारधारा है। वह हमेशा जंग व आतंकवाद की बात करता है, जबकि कांग्रेस उसका हमेशा समर्थन करती है। ऐसे में मैंने वह बात कही थी और इसमें कुछ भी विवादित नहीं है। झाबुआवासी इसका जवाब देंगे।"