MP By Polls: चुनाव आयोग ने अब मंत्री मोहन यादव के प्रचार पर लगाया 1 दिन का बैन
भोपाल। मध्य प्रदेश में हो रहे उपचुनावों में नेता ने चुनाव के नियमों की जमकर धज्जियां उड़ा रहे हैं। कई बार नेता मर्यादा लांघने वाले बयान भी दे रहे हैं। इसी को लेकर चुनाव आयोग ने ठाकुर को नोटिस जारी किया है। पूर्व सीएम कमलनाथ के बाद अब चुनाव आयोग ने मध्य प्रदेश के मंत्री मोहन यादव को भी चुनावों में प्रचार के लिए बैन कर दिया है। आयोग ने उन्हें एक दिन के लिए बैन किया है।
चुनाव आयोग ने मध्य प्रदेश के मंत्री मोहन यादव को एक दिन के लिए राज्य में किसी भी सार्वजनिक सभा, जुलूस, रैलियों, रोड शो और साक्षात्कार, और मीडिया में सार्वजनिक भाषण देने से रोक दिया है। उन पर ये प्रतिबंध 31 अक्टूबर के लिए है। चुनाव आयोग ने प्रावधानों का उल्लंघन करने पर फटकार लगाते हुए कहा कि, आपसे आचरण और शालीनता की भाषा का उपयोग करने की उम्मीद करते हैं। आप एक जिम्मेदार राजनीतिक नेता होने के नाते चुनाव के समय इस तरह के अभद्र शब्दों को नहीं दोहराएंगे।
इसके आलावा चुनाव आयोग ने शुक्रवार को मध्यप्रदेश की मंत्री उषा ठाकुर को नोटिस जारी किया है। साथ ही आयोग ने उनसे नोटिस मिलने के 48 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण देने को कहा है। बता दें कि उषा ठाकुर ने 20 अक्तूबर को इंदौर के एक कार्यक्रम में कहा था 'धर्म आधारित शिक्षा कट्टरता पनपा रही है। मध्य प्रदेश की 28 सीटें पर 3 नवंबर को उपचुनावों होगा। जिसके लिए प्रचार जारी है। चुनाव प्रचार 1 नवंबर की शाम को समाप्त हो जाएगा।
इससे पहले आदर्श आचार संहिता का बार-बार उल्लंघन करने के कारण चुनाव आयोग ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का स्टार प्रचारक का दर्जा हटा दिया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से स्टार प्रचारक का दर्जा हट जाने के बाद अब यदि कमलनाथ अपने किसी भी प्रत्याशी के लिए प्रचार करने जाते हैं तो पूरा खर्च उस उम्मीदवार द्वारा वहन किया जाएगा, जिसके निर्वाचन क्षेत्र में प्रचार किया गया है।
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