'मिशन शक्ति' के भाषण पर पीएम मोदी को EC की क्लीन चिट, कहा- कुछ गलत नहीं
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को मिशन शक्ति की सफलता पर राष्ट्र के नाम संदेश दिया था। इसके बाद विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग से इसकी शिकायत करते हुए इसे आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन बताया था। विपक्ष की शिकायत का संज्ञान लेते हुए चुनाव आयोग ने इसकी जांच के लिए कमेटी का गठन किया था। वहीं, खबर आ रही है कि इस संबोधन को चुनाव आयोग ने आचार संहिता का उल्लंघन नहीं माना है।
'देश के नाम संबोधन आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन नहीं'
चुनाव आयोग ने पाया है कि पीएम मोदी का मिशन शक्ति को लेकर देश के नाम संबोधन आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन नहीं है। वेबसाइट फर्स्ट पोस्ट के मुताबिक, कमेटी की अध्यक्षता कर रहे एमसीसी डिविजन के इंचार्ज संदीप सक्सेना ने पाया कि पीएम मोदी ने आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन नहीं किया क्योंकि उन्होंने ना संबोधन में वोट की कोई अपील की और ना ही उन्होंने बीजेपी का नाम लिया। बता दें कि चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू है।
विपक्ष की शिकायत पर पीएम के संबोधन का चुनाव आयोग ने लिया था संज्ञान
इसके पहले आई रिपोर्ट्स में संदीप सक्सेना के हवाले से कहा गया था, 'इस मामले में उचित विश्लेषण की आवश्यकता है। इसके तीन पहलू हैं - कानून, मीडिया और चुनाव संहिता। हमने सारी जानकारी एकत्र की है और हम पूरी तरह से यह देख रहे हैं कि क्या उल्लंघन हुआ था।' सक्सेना ने यह भी कहा था कि प्रधानमंत्री कार्यालय ने घोषणा के बारे में अनुमति के लिए न तो सूचित किया और न ही चुनाव आयोग से कोई अनुमति ली थी। सूत्रों के मुताबिक, राष्ट्रीय सुरक्षा और आपदा प्रबंधन के मामले आचार संहिता के दायरे में नहीं आते।
मिशन शक्ति की सफलता पर पीएम मोदी ने राष्ट्र को किया था संबोधित
पीएम मोदी ने बुधवार को में देश को संबोधित करते हुए बताया था कि भारत ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि हासिल की है। पीएम मोदी ने ऐलान किया कि भारत अब दुनिया के उस एलीट क्लब का हिस्सा बन गया जहां पर अब अंतरिक्ष में बैठे दुश्मन को भी खत्म किया जा सकता है। भारत की ए-सैट मिसाइल ने लो अर्थ ऑर्बिट यानी लियो में स्थित एक सैटेलाइट को नष्ट किया। खबर के मुताबिक, ए-सैट ने जिस सैटेलाइट को गिराया था, वह एक भारतीय सैटेलाइट था जो सेवा में नहीं था।
सीताराम येचुरी ने चुनाव आयोग से की थी शिकायत
पीएम मोदी के इस संबोधन के बाद सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी चुनाव आयोग पहुंचे थे। इस मामले में सीपीएम का कहना था कि ये खुलेआम आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। क्योंकि, ये पीएम ने ये ऐलान ऐसे समय में किया है, जब लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान चल रहा है और प्रधानमंत्री खुद एक उम्मीदवार भी हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा के नाम लिखे शिकायती पत्र में येचुरी ने कहा था कि ऐसी घोषणाएं डीआरडीओ के वैज्ञानिकों द्वारा की जानी चाहिए न कि प्रधानमंत्री के द्वारा।