दिल्ली-एनसीआर में भूकंप, हरियाणा के सोनीपत में था केंद्र
नई दिल्लीः दिल्ली-एनसीआर में रविवार की दोपहर हल्के भूकंप के झटके महसूस किए गए। रियेक्टर स्केल पर भूंकप की तीव्रता 3.9 आंकी गई है। इस भूंकप में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। बताया जा रहा है कि इस भूंकप का केंद्र हरियाणा का सोनिपत था।
रिक्टर स्केल पर कितनी तीव्रता का भूकंप लाता है कैसी तबाही 0 से 1.9 की तीव्रता का भूकंप सिर्फ सीज्मोग्राफ से ही पता चलता है। इतनी तीव्रता का भूकंप आमतौर पर महसूस भी नहीं होता है। 2 से 2.9 तीव्रता के भूकंप को हल्का कंपन माना जाता है। इससे ज्यादा नुकसान होता है। 3 से 3.9 तीव्रता वाले भूकंप का असर कुछ ऐसा होता है मानो आपके पास से कोई ट्रक गुजर गया हो Read more at: https://hindi.oneindia.com/news/india/earthquake-in-srinagar-tremors-felt-in-delhi-ncr-pakistan-afghanistan-know-why-do-earthquakes-happen/articlecontent-pf119217-442546.html |
हरियाणा के सोनिपत में था भूकंप का केंद्र
भूकंप के बाद हरियाणा के सोनिपत में लोग घरों से बाहर निकल आए। लोगों का ,कहना है कि वो एकदम से डर गए। हालांकि, भूंकप के झटके कुछ ही देर मे ंबंद हो गए थे। भूंकप के कारण किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। सभी लोग सुरक्षित हैं।
आइए आपको बताते हैं आखिर क्यों आता है भूकंप? क्या होते हैं इसके पीछे के कारण?
धरती के अंदर 7 प्लेट्स ऐसी होती हैं जो लगातार घूम रही हैं। ये प्लेट्स जिन जगहों पर ज्यादा टकराती हैं, उसे फॉल्ट लाइन जोन कहा जाता है। बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं। जब दबाव ज्यादा बनने लगता है कि तो प्लेट्स टूटने लगती हैं। इनके टूटने के कारण अंदर की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है। इसी डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।
रिक्टर स्केल पर कितनी तीव्रता का भूकंप लाता है कैसी तबाही
- 0 से 1.9 की तीव्रता का भूकंप सिर्फ सीज्मोग्राफ से ही पता चलता है। इतनी तीव्रता का भूकंप आमतौर पर महसूस भी नहीं होता है।
- 2 से 2.9 तीव्रता के भूकंप को हल्का कंपन माना जाता है। इससे ज्यादा नुकसान होता है। 3 से 3.9 तीव्रता वाले भूकंप का असर कुछ ऐसा होता है मानो आपके पास से कोई ट्रक गुजर गया हो
-
यह
भी
पढ़ें-
जम्मू-कश्मीर:
पुलवामा
में
बाइक
सवार
संदिग्ध
आतंकियों
ने
नाका
पार्टी
पर
किया
हमला