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Budget 2020: पिता की मौत के बावजूद एक मिनट के लिए नहीं छोड़ी ड्यूटी, अफसर ने पूरा किया बजट का काम

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नई दिल्‍ली। एक फरवरी को जब वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण देश का आम बजट पेश करेंगी तो उन्‍हें हर पल एक ऐसे ऑफिसर का ध्‍यान दिमाग में रहेगा जिसने अपने पिता की मृत्‍यु के बाद भी अपनी ड्यूटी छोड़कर जाने का फैसला नहीं लिया। डिप्‍टी मैनेजर (प्रेस) कुलदीप कुमार शर्मा उन लोगों में शामिल हैं जिनके लिए ड्यूटी, बाकी सभी चीजों से ऊपर होती है और अपनी इस ड्यूटी के लिए हर तरह का बलिदान देने को तैयार रहते हैं।

26 जनवरी को हुई पिता की मृत्‍यु

26 जनवरी को हुई पिता की मृत्‍यु

कुलदीप कुमार शर्मा, गोपनीय बजट डॉक्‍यूमेंट्स की प्रिंटिंग के लिए नियुक्‍त स्‍टाफ का अहहम हिस्‍सा हैं। डॉक्‍यूमेंट्स की प्रिंटिंग के दौरान स्‍टाफ नॉर्थ ब्‍लॉक में ही था। न कोई अंदर आ सकता था और न ही किसी को बाहर जाने की इजाजत थी। 26 जनवरी 2020 को जब वह बजट के डॉक्‍यूमेंट्स की प्रिंटिग में बिजी थे, उनके पिता का देहांत हो गया। अपने व्‍यक्तिगत नुकसान के बाद भी उन्‍होंने प्रेस एरिया को न छोड़ने का फैसला किया। कुलदीप कुमार शर्मा अंत तक अपनी ड्यूटी पर डटे रहे। वित्‍त मंत्रालय की तरफ से ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी गई है।

बजट की प्रिंटिंग सबसे गोपनीय

वित्‍त मंत्रालय की तरफ से जो ट्वीट किया गया है उसमें लिखा है, 'यह बताते हुए काफी दुख हो रहा है कि डिप्‍टी मैनेजर (प्रेस) कुलदीप कुमार शर्मा के पिता का देहांत 26 जनवरी 2020 को हो गया था। बजट ड्यूटी पर होने की वजह से वह लॉक इन थे। इस नुकसान के बाद भी शर्मा ने फैसला किया कि वह एक प्रेस एरिया को एक मिनट के लिए भी नहीं छोड़ेंगे।' बजट डॉक्‍यूमेंट्स को तब तक गोपनीय रखा जाता है जब तक कि वित्‍त मंत्री इस सदन में पेश नहीं कर देते हैं। आज भी बजट की प्रिंटिंग एक बहुत ही गोपनीय प्रक्रिया है जिसमें कुछ टॉप ऑफिसर्स को शामिल किया जाता है।

हलवा सेरेमनी के बाद नॉर्थ ब्‍लॉक में बंद

हलवा सेरेमनी के बाद नॉर्थ ब्‍लॉक में बंद

बजट पेश करने से पहले नॉर्थ ब्‍लॉक में एक हलवा सेरेमनी होती है। इस हलवे को वित्‍त मंत्री की ओर से तैयार किया जाता और फिर वहीं अधिकारियों में इसे बांटते हैं। इस हलवे को वित्‍त मंत्रालय के सभी अधिकारियों में बांटा जाता है और फिर जिन ऑफिसर्स पर बजट प्रिंटिंग की जिम्‍मेदारी होती है, उन्‍हें नॉर्थ ब्‍लॉक के बेसमेंट में लॉक इन कर दिया जाता है। इस दौरान अधिकारी मोबाइल और इंटरनेट के प्रयोग से दूर रहते हैं। उन्‍हें अपने परिवार को भी फोन करने की मंजूरी नहीं होती है।

लोगों ने की ऑफिसर की तारीफ

लोगों ने की ऑफिसर की तारीफ

अधिकारी सिर्फ उस समय बाहर आते हैं जब वित्‍त मंत्री बजट पेश करने के लिए तैयार होते हैं। वित्‍त मंत्रालय की तरफ से इस बात की जानकारी सामने आने के बाद मैनेजर कुलदीप कुमार शर्मा की तारीफ हो रही है। लोग उनकी सराहना कर रहे हैं और साथ ही उनके पिता के निधन पर संवेदनाएं भी जता रहे हैं।

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English summary
Duty comes first: Official on budget printing duty did not go home even after father's death.
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