1984 के सिख विरोधी दंगे में राजीव गांधी के दफ्तर से मिले थे कत्ल के निर्देश-BJP
नई दिल्ली- बीजेपी और पीएम मोदी ने गुरुवार को भी पूर्व पीएम एवं कांग्रेस नेता राजीव गांधी (Rajiv Gandhi) के खिलाफ मोर्चा खोले रखा। अब बीजेपी ने आरोप लगाया है कि 1984 के सिख-विरोधी दंगे (anti-Sikh riots) सीधे तत्कालीन प्रधानमंत्री के दफ्तर के निर्देश पर कराए गए। राजीव को लेकर दो-तीन दिनों से जारी सियासी घमासान में बीजेपी के ऑफिशियल हैंडल से किए इस ताजा ट्वीट से और बवाल मचने की संभावना है।
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न्याय के इंतजार में है देश- बीजेपी
भारतीय जनता पार्टी ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल के जरिए दावा किया है कि, " यह बात 1984 के सिंख-विरोधी दंगे (anti-Sikh riots) की जांच करने वाले नानावती आयोग (Nanavati Commission) के रिकॉर्ड में है कि भारत का सबसे बड़ा नरसंहार जिसमें सरकार द्वारा अपने नागरिकों की हत्या की गई, उसमें कत्ल के निर्देश सीधे तत्कालीन पीएम राजीव गांधी के ऑफिस से आए थे। देश उस कर्म के लिए न्याय का इंतजार कर रहा है।"
मोदी ने भी उठाया था मुद्दा
इससे पहले बुधवार को दिल्ली की रैली में पीएम मोदी ने भी कांग्रेस के न्याय स्कीम (Nyay) पर तंज कसते हुए 1984 के सिख-विरोधी दंगे (anti-Sikh riots) का मुद्दा उठाया था। मोदी ने कहा था, " इन दिनों कांग्रेस कांग्रेस न्याय की बात कर रही है। कांग्रेस को 1984 के सिख-विरोधी दंगा पीड़ितों के साथ हुए अन्याय का जवाब देना होगा। कांग्रेस को इस बात का भी जवाब देना होगा कि वह दंगे के एक आरोपी को एक राज्य का मुख्यमंत्री बनाने को कैसे न्यायोचित ठहराती है।" इस दौरान मोदी ने राजीव गांधी के शासन के दौरान आईएनएस विराट को परिवार के होलीडे ट्रिप के लिए इस्तेमाल करने का भी आरोप लगाया था।
मोदी-बीजेपी के निशाने पर हैं राजीव गांधी
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से राजीव गांधी भाजपा और पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से 1987 के बोफोर्स स्कैम (Bofors scam) के लिए भी टारगेट पर हैं। दरअसल, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर राफेल मामले में उनकी इमेज खराब करने की कोशिश का आरोप लगाते हुए मोदी ने यूपी के प्रतापगढ़ की रैली में उनके पिता पर तंज कसते हुए कहा था कि, " आपके पिता के दरबारियों ने उन्हें मिस्टर क्लीन का नाम दिया था, लेकिन उनका निधन भ्रष्टाचारी नंबर 1 के रूप में हुआ।" इसके जवाब में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा दोनों अपने पिता के बचाव में उतर आए थे। राहुल ने मोदी से कहा कि जंग खत्म हो चुकी है और आपका कर्म आपका इंतजार कर रहा है। जबकि, प्रियंका ने अपने पिता को शहीद बताते हुए मोदी पर उनकी शहादत का अपमान करने का आरोप लगाया था।
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