दुर्गा पूजा पर बंगाल में सियासत तेज: पीएम मोदी 22 अक्टूबर को लेंगे पूजा में हिस्सा, 'दीदी' ने भी की पूरी तैयारी
तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के लिए दुर्गा पूजा समारोह इस बार सियासी तौर पर काफी अहम होने जा रहा है।
नई दिल्ली। दुर्गा पूजा को लेकर पश्चिम बंगाल में तैयारियां जोरों पर हैं और इसके साथ ही आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सियासी बिसात भी बिछनी शुरू हो गई है। प्रदेश में सरकार चला रही तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के लिए दुर्गा पूजा समारोह इस बार सियासी तौर पर काफी अहम होने जा रहा है। दरअसल, पिछले साल विवादों के बीच भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कोलकाता के सॉल्ट लेक में एक दुर्गा पूजा पंडाल का उद्घाटन किया था। इस बार, जब विधानसभा चुनाव में कुछ ही महीने बचे हैं, तो खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 अक्टूबर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोलकाता में होने वाले दुर्गा पूजा समारोह में हिस्सा लेंगे।
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हालांकि इस मामले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी पीछे नहीं हैं और बुधवार को ही उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पश्चिम बंगाल के 10 जिलों में 69 दुर्गा पूजा पंडालों का उद्घाटन किया। दुर्गा पूजा पंडालों के उद्घाटन का यह क्रम अगले दो दिनों तक जारी रहेगा और कहीं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए तो कहीं सीएम ममता बनर्जी खुद कार्यक्रम में शामिल होकर हिस्सा लेंगी। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 अक्टूबर को भाजपा महिला मोर्चा की तरफ से EZCC में आयोजित दुर्गा पूजा महोत्सव में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हिस्सा लेंगे। EZCC एक कल्चरल सेंटर है, जो केंद्र सरकार के सांस्कृतिक मंत्रालय के अंतर्गत काम करता है।
बेहद
खास
होगा
दुर्गा
पूजा
पंडाल
प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
जिस
पंडाल
में
पूजा
करेंगे,
उसे
खास
तौर
पर
तैयार
किया
जा
रहा
है
और
उसमें
मां
दुर्गा
की
एक
विशाल
प्रतिमा
स्थापित
की
जाएगी।
पहले
बताया
जा
रहा
है
कि
भाजपा
के
राष्ट्रीय
प्रवक्ता
संबित
पात्रा
पूजा
के
दौरान
'चंडी
पाठ'
कर
सकते
हैं।
हालांकि
अब
खबर
है
कि
पूजा
में
बाहरी
व्यक्ति
को
शामिल
करने
के
आरोप
से
बचने
के
लिए
संबित
पात्रा
की
जगह
स्थानीय
पुजारी
से
पूजा-पाठ
कराया
जा
सकता
है।
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