मोटरसाइकिल वालों के लिए इस शहर में आज से पेट्रोल भरवाने के लिए लागू हुआ ये कड़ा नियम
नई दिल्ली। हेलमेट हमारी सुरक्षा के लिए बेहद अहम है। लेकिन मोटरसाइकिल चलाने वाले इसकी अहमियत तबतक नहीं समझते जबतक ट्रैफिक पुलिस एक्शन में न आए। अभी भी बहुत से लोग सिर्फ चालान से बचने के लिए हेलमेट पहनते हैं और फिर निकाल देते हैं। लेकिन अब इसकी अनिवार्यता को समझाते हुए आज से (1 जून) नोएडा-ग्रेटर नोएडा के सभी पेट्रोल पंपों पर नो हेलमेट नो पेट्रोल की व्यवस्था लागू की गई है। इसका सीधा मतलब है कि अगर आप बिना हेलमेट पेट्रेाल भराने पंप पर जाएंगे तो आपको पेट्रोल नहीं दिया जाएगा।
यातायात विभाग से मिले आंकड़ों के बाद लागू हुआ ये नियम
यातायात नियमों की अवहेलना करने में दोपहिया वाहन चालक सबसे आगे हैं। यातायात विभाग से मिले इस तरह के आंकड़ों के बाद जिलाधिकारी ने इस पर संज्ञान लेकर नो हेलमेट नो पेट्रोल को सख्ती से लागू कराने का निर्णय लिया है। लोगों को हेलमेट के प्रति जागरूक करने के लिए डीएम ने यह आदेश जारी किया है। इस आदेश के बाद से नोएडा-ग्रेनो के सभी पेट्रोल पपों पर ‘नो हेलमेट, नो पेट्रोल' का बोर्ड लगाया गया है। अभियान को सफल बनाने के लिए इंतजाम पूरे कर लिए गए हैं। पुलिस को भी निर्देश दिए गए हैं कि वह इसे सुचारु रूप से चलाने में मदद करें।
पेट्रोल पंप मालिकों को कड़े निर्देश
पंपों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं ताकि किसी भी तरह की हरकत को रिकॉर्ड किया जा सके। दोनों शहरों में कुल 82 पेट्रोल पंप हैं जिसमें से 50 शहरी क्षेत्र में स्थित है। जिलाधिकारी बीएन सिंह ने बताया कि सड़क दुर्घटनाओं में होनेवाले नुकसान को रोकने के उद्देश्य से इसे लागू किया गया है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में सभी पेट्रोल पंप मालिकों को कड़े निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि अगर कोई वाहन चालक किसी पेट्रोल पंप पर बिना हेलमेट के पेट्रोल लेने का प्रयास करेगा या किसी पेट्रोल पंपकर्मी के साथ अभद्रता करेगा तो ऐसी स्थिति में जिला प्रशासन की ओर से कड़े कदम उठाए जाएंगे।
लोगों की मानसिकता बदलने की जरुरत
दिल्ली की सीमा से नोएडा में एंट्री करते ही लोग नियम तोड़ना शुरू कर देते हैं। सिग्नल जंप, स्कूटी पर ट्रिपल, सिर की जगह हाथ पर हेलमेट ताकि ट्रैफिक पुलिस के चालान से बचा जा सकें। नोएडा की सडक पर तस्वीर आम है, लेकिन दिल्ली में एंट्री लेते ही बिना हेलमेट नोएडा की सडकों पर फर्राटे भरते यह लोग अलर्ट हो जाते हैं। दिल्ली में जो लोग ट्रैफिक रुल्स मानते हैं, वहीं लोग नोएडा आते ही नियम तोड़ने लगते है। डीएम ब्रजेश नारायण सिंह का कहना है कि लोगों की मानसिकता बदलने की जरुरत है। लोगों के सोच की वजह लॉ इनफोरमेंट की कमी तो है ही, इसके साथ हमारे पास ट्रैफिक पुलिस कम है, लेकिन हमें उम्मीद है कि धीरे-धीरे तस्वीर बदल जाएगी।
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